बैंक डकैती में अस्थाई कर्मचारी समेत तीन हिरासत में
- कैमरों से बरामद फुटेज के आधार पर मिला पुलिस को सुराग
आगरा। थाना सदर क्षेत्र के रोहता में इंडियन ओवरसीज बैंक में डकैती में अस्थाई कर्मचारी की मिलीभगत सामने आई है। उसने अपने दोस्तों से ही वारदात को अंजाम दिलवाया था। सीसीटीवी कैमरे से सुराग मिलने के बाद पुलिस ने अस्थाई कर्मचारी समेत तीन आरोपियों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ कर कैश बरामदगी के प्रयास किए जा रहे हैं। स्टाफ को बनाया था बंधक ग्वालियर रोड पर सदर के रोहता स्थित बैंक में बदमाश मंगलवार शाम मैनेजर सहित पूरे स्टाफ को बंधक बना 56.94 लाख रुपये लूट ले गए थे। घटना से पहले ही अस्थाई चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी खंदारी निवासी पुनीत चाय के लिए दूध लेने बाहर गया था, लौटने पर बदमाशों ने उससे मारपीट की थी। मोबाइल तोड़ दिया था। शुरू से ही शक के दायरे में थाघटना के बाद से ही पुलिस को पुनीत पर शक था, लेकिन उससे पूछताछ नहीं हो पा रही थी। बदमाशों की तलाश को पुलिस ने 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले। खेरिया मोड़ से जगनेर रोड पर लगे सीसीटीवी कैमरे में बाइक सवार दो बदमाश दिखे। इनमें से एक का चेहरा साफ दिख गया। सूत्रों के अनुसार इसकी पहचान खंदारी निवासी सनी जाटव के रूप में हुई। पुलिस को उसका मोबाइल नंबर भी मिल गया, इसकी कॉल डिटेल में खंदारी निवासी ठाकुरदास का नंबर मिला। ठाकुरदास पुनीत का दोस्त है, दोनों में काफी बातचीत होती है। सूत्रों का कहना है कि पकड़े गए युवक बैंक डकैती में शामिल थे। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है। रकम बरामदगी के भी प्रयास किए जा रहे हैं।
सख्ती पर उगले राज सूत्रों की मानें तो पुलिस ने पुनीत को सीसीटीवी फुटेज दिखाया। पहले उसने पहचानने से इन्कार किया, मगर ठाकुरदास से दोस्ती की बात बताने पर उसने सनी जाटव को पहचान लिया। सख्ती से पूछताछ में उसने राज उगल दिए। वारदात में पांच और बदमाश शामिल हो सकते हैं, अभी तक चार की पहचान खंदारी निवासी ठाकुरदास, बंटी, रंजीत, सनी के रूप में हुई है। पुलिस ने दो लोगों को उठा लिया है, उनसे पूछताछ की जा रही है। शासनस्तर तक पहुंचा मामला बैंक में डकैती का मामला शासनस्तर तक पहुंच गया था। इसको लेकर स्थानीय पुलिस प्रशासन पर भी दबाव था। कई टीमें आरोपियों की तलाश में जुटी थीं। सीसीटीवी फुटेज से लेकर सर्विलांस नेटवर्क तक को खंगाला जा रहा था। बॉक्सअस्थाई कर्मचारी ने की थी एटीएम से लूट
बैंक में सेंध लगाने के मामले में पूर्व में भी अस्थाई कर्मचारी का हाथ सामने आ चुका है। लॉकडाउन में आवास-विकास के सेक्टर 16 में बैंक ऑफ बड़ौदा के अस्थाई कर्मचारी ने एटीएम से लूट की वारदात को अंजाम दिलवाया था। पुलिस जांच में सामने आया कि अस्थाई कर्मचारी ने आसपास रहने वाले दोस्तों के साथ मिलकर एटीएम से लूट की। वारदात को अंजाम देकर छह लाख रुपये उड़ाए थे।
यहां टीम ने दी दबिश - बापू नगर, मास्टर प्लान रोड - आजाद नगर, खंदारी - नेहरू नगर, हरीपर्वत - जगनपुर, दयालबाग फुटेज और कॉल डिटेल से मिला सुराग सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को खंदारी निवासी सनी जाटव का सुराग मिला। टीम ने सनी का मोबाइल नंबर लेकर सर्विलांस पर लगा दिया। जिसमें पता चला कि बैंक के अस्थाई कर्मचारी और बैंक में वारदात को अंजाम देने वालों से इसकी मिलीभगत है। इसके बाद पुलिस ने रविवार को आधादर्जन स्थानों पर दबिश दी। वर्जन कुछ संदिग्ध उठाए हैं। उनसे पूछताछ में अहम सुराग मिले हैं। जल्द घटना का खुलासा कर दिया जाएगा। बबलू कुमार, एसएसपी