- दस अभ्यर्थी फर्जी दस्तावेज लेकर आए थे भर्ती में शामिल होने, आठ ने पास किया था फिजिकल टेस्ट

- भर्ती स्थल के पास ही फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले पांच अन्य भी गिरफ्तार

आगरा: फर्जी दस्तावेज तैयार कर सेना भर्ती रैली में सेंध लगाने की तैयारी थी। पुलिस और मिलिट्री इंटेलीजेंस ने सक्रियता दिखाते हुए इस कोशिश को फेल कर दिया। दस अभ्यर्थियों में से आठ शारीरिक परीक्षा पास कर चुके थे। सभी के पास कासगंज के पते के फर्जी प्रमाण पत्र मिले हैं। फर्जी कोविड-19 रिपोर्ट बनाने वाले चार शातिरों और एक अभ्यर्थी को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अब अन्य के बारे में पुलिस जानकारी कर रही है।

पहले से ही मिल गई थी सूचना

सिकंदरा क्षेत्र में स्थित आनंद इंजीनिय¨रग कालेज में सोमवार से सेना भर्ती रैली शुरू हुई है। सोमवार को इसमें कासगंज के युवाओं को शारीरिक परीक्षा के लिए बुलाया गया था। यहां फर्जी तरीके से सेना में भर्ती कराने के नाम पर युवाओं को ठगने वाले गैंग के सक्रिय होने की आशंका पर पुलिस और मिलिट्री इंटेजीलेंस पहले से ही सक्रिय थी।

फर्जी दस्तावेज से खुला राज

पुलिस ने आधा दर्जन संदिग्धों को सोमवार शाम को हिरासत में ले लिया था। इनसे देर रात तक पूछताछ की गई। कुछ और लोगों के नाम सामने आए थे। भर्ती स्थल के बाहर कुछ लोग युवाओं को फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनाकर भर्ती कराने का झांसा दे रहे थे। कुछ युवा इनके जाल में फंसकर फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनवा चुके थे। पुलिस ने फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनवाने वाले और बनाने वाले पांच युवकों को पकड़ा है।

दो हजार में दी कोविड रिपोर्ट

पकड़े गए फर्जी दस्तावेज बनाने वाले गैंग ने आधार कार्ड, मूल निवास और कोविड -19 की फर्जी रिपोर्ट बनाकर अभ्यíथयों को दे रहे थे। इसके एवज में रेट फिक्स थे। कोविड की फर्जी रिपोर्ट दो हजार रुपए में तैयार की जा रही थी। आधार कार्ड और मूल निवास में संशोधन के नाम पर चार से छह हजार तक लिए जा रहे थे।

बोली से गहराया था शक

सोमवार को जानकारी मिली थी कि वेस्ट यूपी की बोली बोलने वाले कुछ अभ्यर्थी कासगंज के निवास प्रमाण पत्र व अन्य प्रमाण पत्र के साथ भर्ती होने आए हैं। एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद के नेतृत्व में टीम ने दस अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर लिया। इनकी बोली से शक गहराया था। इन्होंने फर्जी निवास प्रमाण पत्र और आधार कार्ड की मदद से भर्ती रैली में हिस्सा लिया। सफल हुए आठ अभ्यर्थियों के चरित्र प्रमाण पत्र और अन्य प्रमाण पत्र के सत्यापन का कार्य चल रहा था। दो अन्य शारीरिक परीक्षा में भाग लेने की तैयारी में थे।

गिरफ्तार अभ्यर्थी

-लवकुश चौधरी निवासी गांव राजौर थाना अनूप शहर, बुलंदशहर

-कुलदीप तेवतिया निवासी गांव वीरपुर गौतमबुद्ध नगर

-सनी निवासी बाबूगढ़ छावनी हापुड़

-गौरव निवासी बाबूगढ़ छावनी हापुड़

-विनीत निवासी बाबूगढ़ छावनी हापुड़

-प्रदीप निवासी बाबूगढ़ छावनी हापुड़

-रोहित निवासी थाना स्याना बुलंदशहर

-हितेश कुमार निवासी थाना स्याना बुलंदशहर

-सचिन कुमार निवासी थाना बहादुरगढ़ हापुड़

-जय प्रकाश निवासी बीबी नगर बुलंदशहर

ये बनाते थे फर्जी दस्तावेज

- शिव कुमार निवासी थाना मोहम्मदाबाद फर्रुखाबाद

-सोनू खान निवासी सिकंदरा, आगरा

-नवीन निवासी सिकंदरा, आगरा

-फर्जी निवासी सिकंदरा, आगरा

-मुनीर निवासी सिकंदरा, आगरा

ये हुआ बरामद

-लैपटॉप, मोबाइल, कीबोर्ड, स्कैनर, लेमिनेशन मशीन

सोमवार को सेना रैली भर्ती शुरू हुई थी। सिविल ड्रेस में पुलिसकर्मियों को लगाया गया था। शक होने पर अभ्यर्थियों से पूछताछ की। दस अभ्यर्थी और पांच फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उनकी भी तलाश की जा रही है जो सेना भर्ती से घर वापस जा चुके हैं। उन्होंने फर्जी दस्तावेजों के जरिए फिजिकल दिया था।

बबलू कुमार, एसएसपी

Posted By: Inextlive