-सुनहरे भविष्य का सपना दिखाकर युवाओं को फंसा रहे दलाल

-फर्जी दस्तावेजों पर एक से अधिक अभ्यर्थियों को कर रहे प्रक्रिया में शामिल

-दलाल समेत 5 अभ्यर्थियों को पुलिस ने दबोचा, सरगना की तलाश जारी

आगरा: सुनहरे कल के सपने दिखाकर कथित दलाल अंचल क्षेत्रों से आ रहे युवाओं को चंगुल में फंसा रहे हैं। सेना भर्ती में सेंधमारी के फिराक में पकड़े गए युवाओं ने पुलिस कस्टडी में बताया कि वे एक ही गांव के हैं। पहले दलाल ने 'अपना' बनकर भरोसा जीता, फिर किसी 'अपने' ने ही गारंटी लेकर इस दलदल में फंसा दिया। एक दलाल के अलावा 5 अभ्यर्थियाें को मंगलवार पुलिस ने सेना भर्ती में सेंधमारी के आरोप में धर दबोचा है।

5 लाख में था सौदा

पुलिस लाइन में पकड़े गए आरोपी अलीगढ़ निवासी प्रवीण ने पुलिस को बताया कि सेना भर्ती में शामिल होने से पहले आगरा निवासी दलाल प्रवीण उर्फ पिस्सू के चंगुल में फंस गया। पिस्सू ने सेना भर्ती में पास कराने का 5 लाख में ठेका लिया था। एडवांस का 1 लाख रुपए वो दलाल को दे चुका था। प्रवीण को पिस्सू ने गत 21 फरवरी को ऐसे दस्तावेज थमा दिए थे जिनपर कोई अभ्यर्थी पूर्व में भर्ती प्रक्रिया में शामिल हो चुका था। सेना के अधिकारियों ने पुन: भर्ती में शामिल होने के आरोप में कथित दस्तावेजों को जमा कर लिया था।

एक ही गांव के आरोपी

अलीगढ़ के एक ही गांव नगला शिवसिंह, पोस्ट टोछीगढ़ के रहने वाले 3 युवा प्रवीण, राजेंद्र सिंह और विजय कुमार को दलाल पिस्सू ने अपने चंगुल में फंसाया। पिस्सू इन युवाओं के संपर्क में 1 साल से है। प्रक्रिया के दौरान पिस्सू ने डिडवार राजाखेड़ा, जनपद धौलपुर, राजस्थान के रहने वाले सरगना सुरेंद्र से सभी की मुलाकात भी कराई। रुपए का लेनदेन सरगना के शमशाबाद रोड, विमल सिटी स्थित घर में हुआ। क्षेत्रीय भाषाओं में पारंगत दलाल और सरगना ने अलीगढ़ की बोली बोलकर तीनों युवाओं को भावनाओं से जोड़कर फंसा लिया। वहीं बुलंदशहर के युवाओं को फंसाने के लिए तुरंत ठेठ मेरठी बोलने लगे। तफ्तीश में निकलकर आया कि सरगना ने खुद को एक्स आर्मी मैन भी बताया था।

थमा देते थे फर्जी दस्तावेज

दूसरे आरोपी विजय ने बताया कि 18 फरवरी को दलाल ने उसे पहले हाथरस की भर्ती में फर्जी कागजात देकर रैली में शामिल कराया। यहां उसका फिजिकल क्वालीफाई हो गया, क्योंकि वो अलीगढ़ का मूल निवासी था इसलिए सेना के अफसरों ने उसे इंटरव्यू में बाहर कर दिया। इसके बाद 21 फरवरी को इगलास की भर्ती में भी दलाल ने उसे वही कागज थमाकर शामिल करा दिया, जहां सैन्य अधिकारियों ने यह कहते हुए उसके दस्तावेज रख लिए कि वो एक ही कागजात पर दो बार प्रक्रिया में शामिल हुआ है। अलीगढ़ के ही आरोपी राजेंद्र को फर्जी दस्तावेज पकड़ाकर रैली में दौड़ा दिया।

खेल खेलता रहा दलाल

बुलंदशहर निवासी आरोपी योगेश अत्री ने बताया कि उसे मंगलवार को पिस्सू ने अलीगढ़ के एक युवक के दस्तावेज थमाकर रैली में दौड़ा दिया। उसने फिजिकल भी पास कर लिया किंतु फर्जी दस्तावेज सैन्य अधिकारियों की पकड़ में आ गए और उन्होंने दस्तावेज जांच के लिए रख लिए। एक अन्य विशाल कुमार ने भी पुलिस को बताया कि अलीगढ़ के एक युवक के कागजात थमा दिए। विशाल ने भी फिजिकल पास कर लिया किंतु दस्तावेज फर्जी पकड़ में आने के बाद सैन्य अधिकारियों ने उसे भी बाहर कर दिया, और कागज जमा कर लिए।

एक केस का 1 लाख मिलता है

कस्टडी में आरोपी दलाल पिस्सू ने पुलिस को बताया कि इस पूरे 'खेल' में सरगना सुरेंद्र डिडवार राजाखेड़ा, जनपद धौलपुर, राजस्थान कर रहने वाला है। सरगना, आगरा के शमशाबाद रोड स्थित विमल सिटी में रहता है। और यहीं से गैंग का संचालन करता है। दलाल पिस्सू समेत कई अन्य दलाल सुरेंद्र के संपर्क में हैं। सेना भर्ती के नाम पर बुकिंग के बाद शिकार के साथ सुरेंद्र अपने मकान पर ही डीलिंग करता था। एडवांस की रकम भी यहीं जमा होती थी। पिस्सू ने बताया कि एक केस का 1 लाख रुपए उसे मिलता था। पुलिस सरगना को तलाश रही है।

परिसर के बाहर रहते हैं दलाल

तफ्तीश में निकलकर आया कि दलाल शिकार के साथ सेना भर्ती कैंपस के बाहर ही मौजूद रहते हैं। वे इस दौरान इस तरह से व्यवहार करते हैं जैसे उनकी भर्ती प्रक्रिया में शामिल सैन्य अधिकारियों से काफी जान पहचान है। युवाओं को फंसाने के लिए वे सुनहरे सपने दिखाते हैं तो वहीं दलाल वेस्ट यूपी के जनपदों में पिछले 1 साल से जाल बिछा रहे थे। शिकार को फंसाने के लिए दलाल तुरंत उसी क्षेत्र की बोली बोलने लगते जिस क्षेत्र का युवा रहने वाला है। कई बार तो रिश्तेदारियों का भी जिक्र किया जाता है।

सैन्य अधिकारियों ने दी रिजेक्शन स्लिप

सेना भर्ती सेंटर आनंद इंजीनियरिंग कॉलेज के समीप एमके ढ़ाबा से दलाल समेत आरोपियों को दबोचने के बाद सिकंदरा थाना पुलिस सेना भर्ती अधिकारी कर्नल अनिल झन्झारिया को जानकारी दी। कर्नल झन्झारिया ने सैन्य अधिकारियों के साथ तफ्तीश की। जिसपर निकलकर आया कि सभी अभ्यर्थियों ने फर्जी दस्तोवेजों के आधार पर प्रक्रिया में शामिल होने की कोशिश की। सेना के अधिकारियों ने सभी के दस्तावेजों को जब्त उन्हें रिजेक्शन स्लिप दे दी थी। बरामदगी में पुलिस को पकड़े गए अभ्यर्थियों के पास से रिजेक्शन स्लिप भी मिली है।

सेना भर्ती रैली : 26 फरवरी और तीन मार्च से आगरा के अभ्यर्थियों को मिलेगा मौका - फोटो

क्रासर : मंगलवार को खैर, अलीगढ़ के अभ्यर्थियों ने लिया भाग, दौड़ में सबसे अधिक हुए फेल

जागरण संवाददाता, आगरा : सेना भर्ती रैली में 26 फरवरी और तीन मार्च से आगरा के अभ्यर्थियों को मौका मिलेगा। अलीगढ़ और मथुरा के बाद सबसे अधिक आगरा के अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया है। उधर, मंगलवार को आनंद इंजीनिय¨रग कालेज में खैर, अलीगढ़ के 3537 अभ्यर्थियों ने भाग लिया। रैली में 6767 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया था। कोविड मुक्त प्रमाण पत्र न लाने पर 22 अभ्यर्थी अनफिट घोषित हुए। 1600 मीटर की दौड़ में 40 फीसद अभ्यर्थी फेल हुए।

सेना भर्ती कार्यालय आगरा के निदेशक कर्नल सिद्धार्थ बसु ने बताया कि 26 फरवरी को एत्मादपुर तहसील और तीन मार्च से बाह तहसील, चार को फतेहाबाद तहसील, पांच को सदर, छह को किरावली के अभ्यर्थी भर्ती रैली में शामिल होंगे।

Posted By: Inextlive