जमीन के फर्जी कागजात तैयार कर बेचने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है. गैंग ने सिकंदरा के व्यापारी से दस लाख रुपये की ठगी कर ली थी. पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी अभी तक कितने लोगों से ठगी कर चुके हैं पुलिस इसके बारे में पकड़े गए गैंग से जानकारी कर रही है.

आगरा (ब्यूरो)। सिकंदरा क्षेत्र में हाईवे पर रुनकता में डालचंद दीक्षित की गायत्री फर्नीचर एंड इलेक्ट्रिक के नाम से दुकान है। डालचंद ने पुलिस को बताया कि राजपाल नाम का युवक दुकान पर आता था। उनसे पहचान बना ली। एक दिन अपने तीन साथियों के साथ आया। बताया कि परगना, छाता में उसकी 27 बीघा जमीन है। वह उसे बेचना चाहता है। 96.60 लाख रुपये प्रति बीघा के हिसाब से सौदा हुआ। राजपाल ने मोबाइल पर ही जमीन के कागजात और लोकेशन दिखाई। डालचंद को जमीन पसंद आ गई। उन्होंने एडवांस में 10 लाख रुपये देकर इकरारनामा कर लिया।

ग्रामीणों ने की ठग की पहचान
छह नवंबर को बैनामा करने की बात तय हुई। लेकिन, अरोपियों ने बैनामा नहीं किया। राजपाल का दोस्त अभिषेक उन्हें फोन करके आठ लाख रुपये और मांगने लगा। बैनामे से पहले रकम मांगने पर उन्हें शक हुआ। राजपाल ने अपने आधार कार्ड की एक प्रति उन्हें दी थी। वह उसमें लिखे पते पर गांव खेड़ीकलां, फरीदाबाद (हरियाणा) पहुंचे। आधार कार्ड ग्रामीणों को दिखाया। उन्होंने बताया कि इस युवक का असली नाम राजपाल नहीं है। यह जमीन के सौदा कराने के नाम पर लोगों से ठगी करता है। यहां भी कई लोगों को ठग चुका है।

गिरफ्तार किए गए शातिर
-मुरादाबाद के मझोला निवासी किशोर कुमार वह राजपाल नाम से मिला था।
-नई दिल्ली के नजफगढ़ निवासी अजय कुमार । यह डालचंद से अभिषेक नाम से मिला था और फोन करता था।
-मुरादाबाद के पदिया नगला निवासी नाजिम हुसैन। यह राकेश के नाम से डालचंद से मिलता था।

फर्जी दस्तावेज किए बरामद
अरोपियों ने दस लाख रुपये एडवांस लिए थे। ये रुपये उन्होंने खर्च कर लिए। अरोपियों के पास से कैश की बरामदगी नहीं हुई। फर्जी आधार कार्ड, डीएल और एक जमीन का एग्रीमेंट मिला। एग्रीमेंट कूटरचित दस्तावेज से तैयार किया गया है। जमीन अरोपियों की नहीं है।


"पीडि़त की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया। अरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एएसपी लखन कुमार के नेतृत्व में स्वाट टीम और इंस्पेक्टर सिकंदरा विनोद कुमार को लगाया गया। पुलिस ने तीन अरोपियों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पर्दाफाश हुआ कि आरोपी फर्जी नामों से लोगों से मिलते थे। उनका भरोसा जीतकर जमीन दिलाने के नाम पर उनसे ठगी करते थे। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर आरोपियों को जेल भेज दिया."
सुधीर कुमार ङ्क्षसह,एसएसपी

Posted By: Inextlive