-मलपुरा, ताजगंज, पिनाहट, बसई अरेला से बरामद सैकड़ों लीटर नकली शराब

-पुलिस ने नकली शराब तैयार करने वाला केमिकल और नशे की गोली की जब्त

आगरा। पंचायत चुनाव में मिलावटी और तस्करी की शराब की डिमांड बढ़ गई है। मतदाताओं को रिझाने के लिए प्रत्याशी हर संभव प्रयास कर रहे हैं। असली शराब नहीं मिलने पर मिलावटी शराब का भी सहारा ले रहे हैं, जो सस्ती और आसानी से उपलब्ध हो जाती है। हालही में ताजगंज के नगला बुढ़ाना, मलपुरा और बसई अरेला, पिनाहट में सैकड़ों लीटर बरामद की गई मिलावटी शराब से इसका आंकलन किया जा सकता है। पिछले एक सप्ताह में मिलावटी शराब के सेवन से दर्जनों लोगों की हालत बिगड़ चुकी है, लेकिन इसके बाद भी नकली शराब पर पूरी तरह अंकुश लगाने पर पुलिस बेअसर साबित हो रही है।

चुनाव में अधिक मतों के लिए मश्क्कत

पंचायत चुनाव में प्रत्याशियों ने मतदाताओं को अपने पक्ष में लाने के लिए जातिगत आंकड़ों के साथ गुटबंदी शुरू कर दी है। ऐसे में शराब का सहारा लिया जा रहा है। सस्ती शराब के लिए मिलावटी शराब का सहारा लिया जा रहा है। पुलिस और प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी देहात क्षेत्र में शाम ढलते ही महफिल सज जाती हैं। जहां शराब का सहारा लेकर एक-दूसरे के खेमे में सेंध मारी की जा रही है.जिसमें देशी, अंग्रेजी और मिलावटी शराब की खपत बढ़ गई है।

सस्ते के चक्कर में मिलावटी शराब का सहारा

मिलावटी शराब के इस्तेमाल के गंभीर परिणाम भी सामने आ रहे हैं। हालही में ताजगंज के बुढ़ाना में छह लोगों की हालत अचानक बिगड़ गई। बाद में पता चला कि नकली शराब के सेवन से इनका यह हाल हुआ है। वहीं, प्रत्याशी अधिक खर्च से बचने के लिए सस्ते के चक्कर में मिलावटी शराब का सहारा ले रहे हैं।

दो किलो यूरिया से 80 लीटर बन रही शराब

पुलिस ने चेकिंग के दौरान शुक्रवार को मलपुरा क्षेत्र से 80 लीटर अवैध शराब जब्त की। चेकिंग के दौरान राहुल नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया। पूछताछ में राहुल ने बताया कि दो किलो यूरिया से 80 लीटर मिलावटी शराब तैयार होती है। इसमें नशे की गोलियों का भी सहारा लिया जाता है, गोलियों की मिलावट में काफी सावधानी बरती जाती है। कभी-कभी नशे की गोलियों की अधिक मात्रा घातक भी साबित होती है।

देहात के आसपास इलाकों में डिमांड

पुलिस हिरासत में आरोपी राहुल ने बताया कि नकली शराब की डिमांड चुनाव के मौके पर बढ़ जाती है। ऐसे में अधिक मुनाफा कमाने के लिए यूरिया की खरीद तेज हो जाती है, वहीं नशे की गोलियां भी केमिस्ट की दुकान पर आसानी से मिल जाती है। इससे मिलावटी शराब तैयार कर पानी की बोतल और ड्रमों में डिमांड के अनुसार भेजी जाती है।

बाजार में यूरिया की खरीद बड़ी

शहर से सटे आसपास के मार्केट में बड़ी मात्रा में अचानक यूरिया की डिमांड बढ़ गई है। ऐसे में मिलावटी शराब बनाने में बेहतर क्वालिटी के यूरिया का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं मेडिकल शॉप पर नशे की गोलियों की खरीद भी तेज हो गई है। पथौली, सहारा, महुअर गांव में मेडिकल शॉप पर अचानक बड़ी डिमांड से इसका आंकलन किया जा सकता है।

असली बोतल में नकली शराब

- ढक्कन और रेपर में पैकिंग

-यूरिया बेहतर क्वालिटी

-महुआ

-गुृड

-स्प्रिट

-नशे का इंजेक्शन या टेबलेट

-पुरानी पानी रुका हुआ

पंचायत चुनाव को ध्यान में रखते हुए कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं बार्डर पर भी सुरक्षा बढ़ा दी है। देहात के इलाकों में भी अवैध शराब की तस्करी रोकने के लिए पुलिस का मूवमेंट बढ़ गया है।

मुनिराज जी, एसएसपी

Posted By: Inextlive