-नाबालिग को बाल संपेक्षण गृह, राहुल को भेजा गया जेल

आगरा। सिकंदरा थाना क्षेत्र के गांव गैलाना में दुष्कर्म के बाद किशोरी की हत्या करने वाले आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया। इनमें एक नाबालिग आरोपी को बाल संप्रक्षण गृह भेजा गया। वहीं, परिजनों ने बताया कि बेटी को घूरने पर कुछ दिन पहले राहुल की पिटाई की थी।

बेटी को घूरने पर लगाई थी फटकार

किशोरी के परिजनों ने बताया कि कुछ दिन पहले बेटी पशुओं को चारा खिला रही थी, तभी आरोपी राहुल वहां टहलने लगा। कुछ देर बाद बैठ गया और बेटी पर नजर रखने लगा। किशोरी के पिता ने देखा तो उन्होंने राहुल को फटकार लगाई। राहुल के वहां से जाने से इंकार करने पर पिता ने उसको थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद बात आई गई हो गई। राहुल का घर आना-जाना शुरू हो गया।

राहुल की मंशा की नहीं लगी भनक

किशोरी के परिजनों ने बताया कि राहुल अक्सर कम बात करता था। उसके मन में क्या चल रहा है? इसकी भनक गांव में किसी को भी नहीं थी। किशोरी के पिता का कहना है कि अक्सर किसी काम में मदद करने को भी आगे आ जाता था, इसलिए उस पर शक करना मुश्किल रहा।

हत्या के दूसरे दिन दे रहा था चाय और पानी

किशोरी की हत्या के दूसरे दिन आरोपी घर में संवेदना व्यक्त करने के लिए आने वाले लोगों को चाय और पानी सर्व करते देखा गया। वह गांव के और पुलिस के बीच रहकर हर तरह की गतिविधि पर नजर रख रहा था। वहीं राहुल हंगामे में भी शामिल था, जब पुलिस किशोरी की बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए ले जा रही थी। हत्या के दिन किशोरी के चाचा की दुकान को बंद करने पहुंच गया था, जिससे उस पर किसी को शक न हो।

पुलिस को मिल गया था क्लू

दुष्कर्म की हत्या के दूसरे दिन पुलिस के हाथ परिजनों से पूछताछ पर अहम सुराग हाथ लगे थे, जिसमें परिजनों ने राहुल के साथ मारपीट की बात कही। गांव के युवकों से पूछताछ करने पर पता चला कि राहुल और दूसरा नाबालिग किशोर आपस में दोस्त हैं। गांव में भी अक्सर दोनों को साथ-साथ देखा जाता था। इस पर पुलिस ने नाबालिग किशोर और युवक से अलग-अलग पूछताछ की। दोनों के अलग बयान होने पर घटना का खुलासा हो गया।

वर्जन

आरोपी राहुल को मेडिकल के बाद जेल भेज दिया गया है। नाबालिग को बाल संप्रेक्षण गृह भेजा गया है। जल्द ही इस मामले में चार्जशीट तैयार की जाएगी।

बोत्रे रोहन प्रमोद, एसपी सिटी

वर्जन

इस तरह के आरोपी जल्द आवेश में आ जाते हैं। संगीन वारदात को अंजाम देते हैं। ऐसे लोग महिला, युवती और बच्चों को सॉफ्ट टारगेट पर रखते हैं। इसके केस में ऐसा ही हुआ।

डॉ। पूनम तिवारी, मनोवैज्ञानिक काउंसलर

Posted By: Inextlive