-चार बार कान्हा की नगरी आ चुके थे पूर्व राष्ट्रपति

आगरा। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी (84) का सोमवार को निधन हो गया। वे बीते 10 अगस्त से दिल्ली के आर्मी रिसर्च एंड रेफरल (आर एंड आर) हॉस्पिटल में भर्ती थे। उनका मथुरा-वृंदावन से खासा लगाव था। यूं तो राष्ट्रपति पद पर रहते हुए प्रणब मुखर्जी का दो बार वृंदावन आगमन हुआ, लेकिन उससे पूर्व भी वे दो बार धाíमक नगरी का दौरा कर चुके थे। पहली बार श्री जगदबन्धु आश्रम के लोकार्पण समारोह में आने के बाद दूसरी बार श्री रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम अस्पताल के नवनिíमत ऑपरेशन थियेटर का उन्होंने उद्घाटन किया था। सामाजिक संस्था अक्षय पात्र में प्रस्तावित विशाल चंद्रोदय मंदिर के शिलान्यास समारोह के लिए साल 2014 में उन्हें आमंत्रित किया गया तो उन्होंने इसे सहर्ष स्वीकार कर लिया था। उस साल उन्होंने 16 नवंबर को बांके बिहारी मंदिर में दर्शन पूजन भी किया था। वृंदावन आने के ठीक एक साल के अंदर एक बार फिर कान्हा की नगरी से प्रणब दा को आमंत्रण मिला तो वे तत्काल तैयार हो गए। 18 नवंबर 2015 को प्रणव दा फिर वृन्दावन की पवित्र भूमि पर थे। दादा ने गोपीनाथ बाजार स्थित श्री गौर निताई मंदिर व प्राचीन राधारमण मंदिर के दर्शन किए थे।

सबके नेता थे प्रणब दा

प्रणब दा हमारे देश के विद्वान नेताओं में से एक थे। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में कई पदों पर रहकर देश की सेवा की। अपने राष्ट्रपति काल में भी उन्होंने सराहनीय काम किये। भाजपा ने उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया। ये दिखाता है कि वे सर्वदलीय नेता थे।

-मनीष अग्रवाल, संयोजक एसोचेम यूपी चैप्टर आगरा

प्रणव दा के साथ एक युग की हुई समाप्ति

भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के स्वर्गवास की खबर दुखद है। उनका निधन राष्ट्र की अपूर्णनीय क्षति के साथ-साथ एक युग की समाप्ति है। वह सार्वजनिक जीवन में स्पष्टवादी थे। मैं उन्हें श्रद्धांजलि अíपत करता हूं। ॐ शांति

-रामशंकर कठेरिया, आगरा के पूर्व सांसद

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आगरा में उद्योगों का तेजी से विकास चाहते थे प्रणब

आगरा: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को आगरा से भी काफी लगाव था और वे यहां कई बार आए। जब भी उनका आगमन हुआ, उन्होंने यहां के औद्योगिक विकास की गति तेज करने पर ही चर्चा की। वे ताजमहल के इस शहर में उद्योगों का विकास चाहते थे। जब मुखर्जी वित्तमंत्री थे, तब भी वे आगरा आए थे। पूर्व सांसद एवं शहर कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष निहाल सिंह जैन ने बताया कि वे उनसे मिलने होटल मुगल शेरेटन गए थे। तब उनसे आगरा में कंटेनर डिपो खोले जाने की मांग की थी, जिसका उन्होंने आश्वासन दिया था। जैन ने बताया कि इस दौरान उनके साथ इंजीनियर नेमीचंद जैन, कांग्रेस नेता प्रतापचंद जैसवाल आदि थे। शहर युवक कांग्रेस के तत्कालीन उपाध्यक्ष जगत मोहन बंसल ने बताया कि वर्ष 1978 में मुखर्जी आगरा आए.इस दौरान उन्होंने आगरा के फाउंड्री उद्योग को बढ़ावा देने पर महत्वपूर्ण चर्चा की थी। लंच में ओमप्रकाश जिंदल, धर्मपाल साहनी सहित अनेक कांग्रेसजन व उद्योगपति मौजूद थे।

Posted By: Inextlive