आगरा: ताजनगरी में ईद-उल-अजहा पर मस्जिदों में कोविड प्रोटोकॉल के तहत नमाज अदा की गई। ईदगाह, जामा मस्जिद में सीमित लोगों ने ही नमाज अदा की। सभी ने देश में अमन-चैन और कोरोना के जल्द खात्मे की दुआ की। वहीं इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था ाी चाक-चौबंद रही। मस्जिदों के बाहर सुबह से पुलिस तैनात रही।

घरों में ही अदा हुई नमाज

कोरोना संक्रमण के चलते शासन की गाइडलाइन का पालन करते हुए शहर की प्रमुख मस्जिद ईदगाह, शाही जामा मस्जिद, ताजमहल में 50-50 लोगों को ही नमाज पढ़ने की अनुमति दी गई थी। ऐसे में लोगों ने अपने घरों में ही नमाज अदा की। सभी प्रमुख मस्जिदों पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी तैनात थे। नमाज के बाद मस्जिद के बाहर मुस्लिम समाज के लोगों ने एक-दूसरे को गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी। इसके अलावा राजनीतिक दलों के लोग भी मुबारकबाद देने पहुंचे। सभी ने मुस्लिम भाइयों को गले मिलकर एकता और भाईचारे की मिसाल पेश की।

सुरक्षा रही चाक चौबंद

शहर और देहात में पुलिस और प्रशासन के अधिकारी सुबह से मुस्तैद रहे। मुस्लिम बाहुल्य और मिश्रित आबादी वाले इलाकों में पुलिस की टीमें तैनात रहीं। आला अधिकारी ाी ा्रमण पर रहे।

केक काटकर दी बकरे की प्रतीकात्मक कुर्बानी

आजमपाड़ा निवासी राष्ट्रवादी संगठन वंदेमातरम् यूथ ब्रिगेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलचमन शेरवानी ने बकरे की कुर्बानी की जगह बकरे के चित्र वाले केक को काटकर प्रतीकात्मक कुर्बानी दी। केक एक दूसरे को खिलाया और बकरीद की मुबारकबाद दी। इस तरह की पहल उन्होंने लोगों को जीव हत्या रोकने का संदेश दिया है।

Posted By: Inextlive