- पहले अस्पताल कर्मचारियों को, फिर आमजन को भी दी जाएगी ट्रे¨नग

आगरा। हृदयाघात, दुर्घटना या बेहोश होकर गिरे लोगों में से 30 से 40 फीसद की जान बचाई जा सकती है, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि अभी कार्डियो पल्मोनरी रीसेसीटेशन यानि सीपीआर में महज एक या दो फीसद लोग ही ट्रेंड हैं। इसीलिए रेनबो हॉस्पिटल में सीपीआर का ट्रे¨नग प्रोग्राम शुरू किया गया है। इसकी शुरूआत अस्पताल के एडमिन और नॉन मेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षित करने के साथ हुई है, लेकिन जल्द ही इसे व्यापक स्तर पर चलाया जाएगा।

स्टाफ को दी गई ट्रेनिंग

आईसीयू प्रभारी एवं क्रिटिकल केयर की हेड डॉ। वंदना कालरा के निर्देशन में आईसीयू के प्रशिक्षित स्टाफ ने बाकी स्टाफ को ट्रे¨नग दी। डॉ। वंदना कालरा ने बताया कि यह एक स्किल बेस्ड ट्रे¨नग है, जिसे हर कोई सीख सकता है। देश की आबादी के हिसाब से 15 से 20 फीसदी लोग यानि हर घर में एक व्यक्ति प्रशिक्षित होना चाहिए। अस्पताल के निदेशकगण डॉ। जयदीप मल्होत्रा और डॉ। नरेंद्र मल्होत्रा ने कहा कि अस्पताल में यह प्रशिक्षण सबको अनिवार्य किया गया है। उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर काम करने वाले शहरवासी भी यह प्रशिक्षण अस्पताल में संपर्क कर प्राप्त कर सकते हैं। इस दौरान एचआर प्रबंधक लवकेश गौतम, असिस्टेंट नर्सिंग सुप्रिटेंडेंट सुमन धंतोलिया, केशवेंद्र सिसौदिया, निशि, आईसीयू टीम के राममूर्ति, अजय, अनुज, गो¨वद, सुभाष गिरि, जयपाल आदि मौजूद थे।

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Posted By: Inextlive