सुबह 9:28 बजे से शुरू हो जाएगा पर्व, सर्वार्थ सिद्ध योग के साथ सावन का अंतिम सोमवार भी

आगरा। रक्षाबंधन पर्व सोमवार को मनाया जाएगा। पर्व पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं। पहली बार ऐसा होगा, जब कोरोना काल के संकट के चलते तमाम बहनों का भाइयों के घर पहुंचना नहीं होगा। कई भाई भी बहन के घर नहीं पहुंच सकेंगे। एहतियात के साथ त्योहार मनाया जाएगा। तमाम बहनों ने इस बार भाइयों की वीडियो कॉल के माध्यम से आरती करके त्योहार मनाने की तैयारी की है।

विशेष संयोग बन रहा

सोमवार सुबह 9:28 बजे से रक्षाबंधन का शुभ मुहुर्त शुरू हो जाएगा। रक्षाबंधन के दिन सावन का अंतिम सोमवार भी है। ज्योतिषाचार्य किरन जेटली ने बताया कि सावन के आखिरी सोमवार को पूर्णिमा तिथि है। इस दिन श्रवण नक्षत्र और सर्वार्थ सिद्धि योग का विशेष संयोग बन रहा है, जो विशेष फलदायी है। राखी बांधने का सुबह 9:28 बजे से पूरे दिन संयोग है। धूमधाम से पर्व को मनाएं।

कई मान्यताएं

रक्षाबंधन पर्व को लेकर कई कहानियां और मान्यताएं हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार शिशुपाल राजा का वध करते समय भगवान श्रीकृष्ण के बाएं हाथ की अंगुली से खून बहने लगा। द्रोपदी ने तत्काल साड़ी का पल्लू फाड़कर अंगुली पर बांध दिया। कहा जाता है कि तभी से भगवान कृष्ण द्रोपदी को बहन मानने लगे। जब भरी सभा में दुशासन द्रोपदी का चीरहरण करने लगा तो भगवान भाई का फर्ज निभाते हुए लाज बचाने दौड़े चले आए।

सुरक्षा का रखें ख्याल

कोरोना संकट के चलते तमाम बहनें भाइयों के घर नहीं पहुंच सकेंगी। यही स्थिति भाइयों की भी होगी। पंडित व ज्योतिषाचार्य राघवेंद्र ने बताया कि ऐसी स्थिति में बहनें वीडियो कॉल, ऑडियो और व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से भाई के दर्शन करें, आरती उतारें और लंबी आयु की कामना करें। हमारे यहां पर्व और त्योहार पर कई बार स्थिति बनने पर हम निमित्त मात्र त्योहार को मनाते हैं। बस मन में श्रद्धा-भाव और पवित्रता होनी चाहिए। इससे भी पूर्ण आशीर्वाद की प्राप्ति होती है।

Posted By: Inextlive