आगरा: होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर वित्तीय वर्ष 2020-21 का गृहकर व जलकर शून्य किए जाने की मांग की है। कोविड-19 के चलते यहां होटल और रेस्टोरेंट 22 मार्च से बंद चल रहे हैं।

आगरा में 17 मार्च से बंद चल रहे स्मारकों को खोलने की अनुमति जिला प्रशासन ने नहीं दी है। वर्तमान परिदृश्य व बंदी से नुकसान उठा रहे होटल व रेस्टोरेंट व्यवसाय का अक्टूबर, 2021 से पूर्व पटरी पर लौटना संभव नहीं नजर आ रहा। होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश चौहान ने बताया कि नगर निगम अधिनियम, 1959 की धारा 178 में यह प्रावधान है कि किसी विशेष अवधि में 90 दिन से अधिक भवन के खाली रहने पर संपत्ति कर खत्म हो जाएगा। लॉकडाउन में 22 मार्च से ही होटल व रेस्टोरेंट बंद चल रहे हैं और अगले एक वर्ष तक भवनों में उपस्थिति शून्य समान रहेगी। यह समय पर्यटन व्यवसाय के लिए बहुत ही कठिन व संघर्ष भरा है। सरकार के सहयोग से पर्यटन व्यवसाय इस मुश्किल घड़ी का सामना करने की हिम्मत जुटा सकेगा। इसलिए होटलों व रेस्टोरेंट के भवनों पर लगने वाला गृह कर व जल कर 2020-21 के लिए शून्य कर दिया जाए।

Posted By: Inextlive