- वीजा अवधि खत्म होने पर पुलिस ने जर्मन दूतावास भिजवाया

आगरा। काठमांडू में नाथ संप्रदाय के गुरु से दीक्षा ले जर्मन युवती साध्वी बन गई। पांच दिन से अपने गुरु के साथ आंवलखेड़ा में ठहरी हुई थीं। परेशान होने की सूचना पर पुलिस ने उन्हें मंगलवार को खोज निकाला। वह अपने देश की जगह नेपाल जाना चाहती थीं, लेकिन अक्टूबर में वीजा अवधि समाप्त हो जाने के कारण पुलिस ने उन्हें जर्मन दूतावास भेज दिया।

मोबाइल पर कॉल भी नहीं लग रही थी

एसएसपी के कैंप कार्यालय में सोमवार रात जंगजीत नगर निवासी नितिन शर्मा ने जर्मनी से आए परिचित के कॉल के हवाले से जर्मन युवती के आंवलखेड़ा क्षेत्र में होने की जानकारी दी थी। बताया था कि वह किसी परेशानी में हैं, उनके मोबाइल पर कॉल भी नहीं जा रही है। एसओ बरहन कुलदीप दीक्षित ने देर रात ही तलाश शुरू कर दी, लेकिन किसी भी मोबाइल नंबर पर संपर्क नहीं हो सका। मंगलवार सुबह एक मोबाइल नंबर पर काल रिसीव हुई। बातचीत के बाद एसओ आंवलखेड़ा स्थित विक्रांत एकेडमी पहुंच गए। वहां युवती साध्वी वेश में मिली। उनके साथ जींद (हरियाणा) के राजगढ़ ढोबी निवासी बाबा बाल योगी कर्णनाथ भी थे।

बाबा से नेपाल में मिली थी युवती

जर्मन युवती मिर्जाम क्रेटज ने पुलिस को बताया कि वह बाबा कर्ण नाथ से एक वर्ष पहले नेपाल के काठमांडू में मिली थीं। उनसे दीक्षा लेने के बाद अपना नाम योगिनी उदयनाथ पार्वती रख लिया, उन्हीं के साथ रह रही हैं। दीक्षा के बाद दोनों काठमांडू से वाराणसी गए, उसके बाद कुछ दिन हरियाणा में रहने के बाद फिर वाराणसी आ गए, लाकडाउन में वहीं रहे। आठ दिन पहले दोनों आगरा आए, यहां गांधी नगर स्थित हंसना भैरव मंदिर में तीन दिन रहे। यहां फूड प्वाइज¨नग होने पर ड्रिप लगवाई, दवा ली। पांच दिन पहले बाबा के साथ उनके शिष्य आंवलखेड़ा निवासी अभय शर्मा के यहां पहुंचीं। अभय ने ही दोनों को यहां ठहराया था। साध्वी ने पुलिस को अपना वीजा और पासपोर्ट भी दिखाया, वीजा 21 अक्टूबर 2019 से 19 अक्टूबर 2020 तक था। पुलिस ने सूचना देने वाले नितिन शर्मा को भी आंवलखेड़ा बुला लिया। उनसे बातचीत के बाद युवती को पुलिस टीम के साथ दिल्ली स्थित जर्मन दूतावास भेज दिया।

Posted By: Inextlive