आगरा: यूरिया के कॉकस ने बड़ा खेल किया है। किसानों के नाम अतिरिक्त यूरिया चढ़ा दिया है, तो विक्रेता ने अपनी पत्नी और बेटी के नाम चढ़ा कर यूरिया बाजार में बेच दिया है। पत्नी और बेटी दोनों भूमिहीन भी हैं। जांच की आंच अब गहराई तक जा रही है और बड़े-बड़े खेल पकड़ में आ रहे हैं।

सूबे में 30 फीसद यूरिया की अधिक खपत होने पर शासन ने गंभीर रुख अपनाया और जिला स्तर पर खपत की पड़ताल की जा रही है। इसके लिए 20-20 किसानों की सूची जिलों को भेजी गई है। जांच में आगरा के सात विक्रेताओं पर कार्रवाई हो चुकी है। एक विक्रेता ने 200 कट्टे एक ही किसान के नाम चढ़ा दिए, तो दूसरे ने पट्टे पर खेती करने वाले किसान के नाम आवश्यकता से अधिक यूरिया चढ़ा रखा है। जांच में पता चला कि किसानों ने इतना यूरिया लिया ही नहीं है। आइएफएफडीसी आंवलखेड़ा के विक्रेता ने तो अपनी पत्नी के नाम 108 और बेटी के नाम 103 कट्टे चढ़ा दिए हैं। जिला कृषि अधिकारी डॉ। रामप्रवेश ने बताया कि पांच विक्रेताओं के लाइसेंस निलंबित और दो के निरस्त किए गए हैं। अन्य की जांच चल रही है। गड़बड़ी करने वाले सभी कार्रवाई के दायरे में आएंगे।

इन दुकानों पर हुई निलंबन की कार्रवाई

- आइएफएफडीसी आंवलखेड़ा

- सुनील खाद भंडार, एत्मादपुर

- आइएफएफडीसी रजपुरा

- धाकरे खाद बीज भंडार, शमसाबाद

- ममता खाद भंडार, डंडनियापुर

इनके लाइसेंस हुए निरस्त

- आरएस खाद भंडार एत्मादपुर

- जय अंबे खाद भंडार एत्मादपुर

ये है आंकड़ा

- जिले में यूरिया की उपलब्धता, 8226 मैट्रिक टन।

- जिले में यूरिया का लक्ष्य, 30487 मैट्रिक टन।

- जिले में यूरिया अभी तक आया, 30657 मैट्रिक टन।

Posted By: Inextlive