MATHURA(1 April): ग्रामीण विकास मंत्रालय ने गांव जाव में मनरेगा कार्यो में धांधली की जांच के लिए टीम भेजी। जांच टीम के सामने पूर्व ग्राम प्रधान कार्यो की सूची एवं दस्तावेज से संबंधित जानकारी नहीं दे सके।

दस दिन का अल्टीमेटम

टीम ने पूर्व प्रधान को दस्तावेज एवं कार्यों का ब्यौरा तैयार करने के लिए दस दिनों का समय दिया है। मनरेगा में धांधली के मामले में यह दूसरी शिकायत है। पूर्व में यहां सीबीआई की भी एक टीम जांच में जुटी हुई है। ग्रामीणों को 100 दिनों के रोजगार की गारंटी देने वाली मनरेगा में गांव जाव के ग्रामीणों ने ग्रामीण विकास मंत्रालय को पत्र भेजकर शिकायत की थी। जिसमें ग्रामीणों ने तत्काली ग्राम प्रधान रेखादेवी पर धांधली करने का आरोप लगाया है।

प्रधान प्रतिनिधि ने मांगा समय

ग्रामीणों की शिकायत पर केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने प्रदेश सरकार को पत्र भेजकर इसकी जांच कराई है। मामले की जांच के लिए जिला उद्यान अधिकारी मुकेश कुमार और राजीव भवन से पंचायत राज अधिकारी कार्यालय से जयपाल सिंह की टीम शुक्रवार को यहां दोपहर को पहुंची। टीम ने यहां पूर्व ग्राम प्रधान रेखा देवी और उनके प्रतिनिधि लाखन सिंह से मनरेगा से कराए गए कार्यों के बारे में पूछताछ की। जिसके बारे में वे कोई खास जानकारी नहीं दे सके। यही नहीं, उन्होंने कुछ कार्यों के बारे में कहा कि ये कार्य उन्होंने न तो कराए और न ही पैसा निकाला। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने कार्यों की जानकारी होने एवं दस्तावेज उपलब्ध न होने की बात कहकर समय मांगा। जांच टीम ने ग्राम प्रधान को 10 अप्रैल तक का समय दिया है। 11 अप्रैल को टीम पुन: जांच के लिए पहुंचेगी।

Posted By: Inextlive