- अनुसूचित जाति की है पीडि़ता, आरोपित, 10 वर्ष तक करता रहा उत्पीड़न

- सीओ सदर करेंगे मुकदमे की विवेचना, पूर्व में की गई मारपीट के सुबूत भी लिए

आगरा। पूर्व आईएएस अधिकारी की बेटी को मतांतरण के जाल में फंसाकर उत्पीड़न करने के आरोपी आरिफ हाशमी पर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है। पीडि़ता के कोर्ट में बयान कराने के बाद बुधवार को पुलिस ने मुकदमे में एससी-एसटी एक्ट की धारा भी बढ़ा दी। अब केस की विवेचना सीओ सदर करेंगे। 10 वर्ष तक उत्पीड़न करने के सुबूत के तौर पर पुलिस पुराने फोटो और वीडियो के साथ पीडि़ता के इलाज के पेपर भी संकलित कर रही है।

जुटाए गए पुराने सुबूत

पूर्व आईएएस अधिकारी की विवाहित बेटी को लखनऊ के ताल कटोरा में राजाजी पुरम निवासी आरिफ हाशमी ने जाल में फंसाया था। पार्टी में मुलाकात के बाद उसने साझा कारोबार का झांसा दिया। उसने अपना नाम आदित्य आर्य बताया था। दबाव बनाकर उसने आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली। इसके एक वर्ष बाद उसने महिला का मतांतरण कराया और निकाह भी कर लिया। इसके बाद ज्यादती करने लगा। अब पीडि़ता ने परेशान होकर सदर थाने में उसके खिलाफ दुष्कर्म, धोखाधड़ी, मारपीट, जानलेवा हमला, विधि विरुद्ध धर्मातरण प्रतिषेध अधिनियम व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने मेडिकल के बाद सोमवार को ही पीडि़ता के कोर्ट में बयान करा दिए। मंगलवार को विवेचक इंस्पेक्टर सदर ने इनका अवलोकन किया, और बयानों को विवेचना में शामिल कर लिया। पीडि़ता अनुसूचित जाति की है। इसलिए केस में एससी-एसटी एक्ट की धारा भी बढ़ा दी गई है। पीडि़ता के हाल में हुए मेडिकल में साधारण चोट हैं। मगर, उसने पूर्व में किए गए उत्पीड़न के साक्ष्य पुलिस को दिए हैं। इसमें से एक फोटो में पीडि़ता का होंठ फटा हुआ दिख रहा है। इसकी उसने सर्जरी कराई थी। एक बार उसने पीडि़ता के सिर के बाल पकड़कर उखाड़ लिए थे। कई बार उसने बेरहमी से मारपीट की थी। वीडियो और फोटो पीडि़ता के पास हैं। पुलिस ने इनको साक्ष्य के रूप में लिया है। पीडि़ता से उस समय कराए गए उपचार की रिपोर्ट भी मांगी है.सीओ सदर राजीव कुमार का कहना है कि मामला पुराना है। इसलिए आरोपी के खिलाफ सभी मजबूत साक्ष्य संकलित किए जा रहे हैं। साक्ष्य जुटाने के बाद मामले में चार्जशीट लगाई जाएगी। आरोपित को उसके किए की सजा दिलाने का पूरा प्रयास किया जाएगा।

फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा मोबाइल

आरिफ का आइफोन पुलिस ने सीज किया है। इसमें कई लेटर और फोटो मजबूत साक्ष्य का काम करेंगे। कई लेटर अधिकारियों और लोगों पर रौब गांठने को फर्जी तैयार किए हुए थे। आशंका है कि आरोपित ने कुछ डाटा डिलीट भी किया है। इसका डाटा रिकवर कराने और विश्लेषण करने के लिए मोबाइल फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा।

Posted By: Inextlive