आगरा की जेलों में बढ़ाई सुरक्षा, बंदी के बात करने से पहले होगा भौतिक सत्यापन
- विधानसभा चुनाव में अपराधियों पर कसा जाएगा शिकंजा
- गड़बड़ी होने पर जेल अधीक्षक होंगे जिम्मेदार - एडीजी ने प्रदेश के सभी जेल डीआईजी के संग मीटिंग कर दिए निर्देश आगरा। विधानसभा चुनाव 2017 को देखते हुए एडीजी जेल जीएल मीणा ने जेलों में सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश हैं। उन्होंने इस बाबत प्रदेश की सभी जेलों के डीआईजी को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। उन्होंने जेलों से मोबाइल से बात करने की शिकायत पाए जाने पर जेल अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। पुलिस के भौतिक सत्यापन के बाद ही होगी बातजेलों में बंदियों को परिजनों से बात करने की सुविधा मुहैया करा दी गई है। आगरा की जिला जेल में पीसीओ लगा दिया गया है। अब इस कोई भी बंदी बात करना चाहता है, जिस मोबाइल नम्बर पर वह बात करना चाहता है। उसका जेल अधीक्षक द्वारा भौतिक सत्यापन कराया जाएगा। इस बारे में जिला जेल अधीक्षक राजीव शुक्ल ने बताया कि बंदी द्वारा नम्बर उपलब्ध कराने पर जिलाधिकारी को पत्र के माध्यम से उस नम्बर को वैरीफाइड करने का अनुरोध किया जाता है। इसके बाद एसएसपी कार्यालय से उस नम्बर को वैरीफाइड कर रिपोर्ट जेल का उपलब्ध कराई जाती है। इसके बाद बंदी को जेल अधीक्षक को एक शपथ पत्र देना होता है। जिसमें बंदी द्वारा ये उल्लेख किया जाएगा कि वह जिससे बात कर रहा है। वह अपराधी न होकर परिवार का व्यक्ति है।
चुनावों में जेलों से चलता था पूरा नेटवर्क कई मामलों में ये जानकारी में आया है कि चुनावों में जेलों से बाहुबलियों का पूरा नेटवर्क चलता था। आपको बता दें कि सेंट्रल जेल में एक माननीय निरुद्ध हैं। हालांकि अभी तक जिला जेल में ऐसा कोई माननीय निरुद्ध नहीं है। ऐसे माननीयों पर विशेष निगरानी रहेगी। शिकायत के लिए एडीजी ने मोबाइल नम्बर किया जारीएडीजी जेल जीएल मीणा ने किसी भी प्रकार की कंप्लेन के लिए मोबाइल नम्बर जारी किया है। 9454418151 पर किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की शिकायत की जा सकती है।