रेलवे बोर्ड ने सेफ्टी कमिश्नर को लिखा रिमाइंडर लैटर

गतिमान एक्सप्रेस के सेफ्टी सर्टिफिकेट पर संशय बरकरार

30 नवम्बर से प्रस्तावित है आगरा-दिल्ली के बीच संचालन

आगरा। सेमी हाईस्पीड ट्रेन गतिमान एक्सप्रेस पर सेफ्टी सर्टिफिकेट ने ब्रेक लगा दिए हैं। सेफ्टी कमिश्नर ने अब तक सेफ्टी सर्टिफिकेट जारी नहीं किया है, जबकि रेलवे बोर्ड पहले ही इस संबंध में पत्र लिख चुका है। अब रिमाइंडर भेजा गया है। सेफ्टी सर्टिफिकेट न मिलने से ट्रेन का संचालन शुरू करने की प्रक्रिया बाधित हो रही है। अब तक टाइमिंग शेड्यूल जारी नहीं किया गया। सॉफ्टवेयर अपलोडिंग का कार्य भी बीच में लटक गया है।

वन वीक में जारी करना था

रेलवे बोर्ड आगरा-दिल्ली के बीच 30 नवंबर को प्रस्तावित सेमी हाईस्पीड ट्रेन के संचालन को लेकर नोटिफिकेशन अक्टूबर में जारी कर चुका है। ट्रेन का नाम और नंबर जारी कर दिया गया है। रेलवे बोर्ड द्वारा एक सप्ताह में टाइमिंग शेड्यूल जारी करने की बात कही गई थी।

सॉफ्टवेयर का कार्य बीच में लटका

सेमी हाईस्पीड ट्रेन गतिमान एक्सप्रेस का फेयर और टाइमिंग शेड्यूल जारी न होने से सॉफ्टवेयर अपलोडिंग का कार्य बीच में लटका हुआ है। रेलवे मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार रेलवे बोर्ड द्वारा जो नोटिफिकेशन जारी किया गया है। उसमें दिल्ली से ट्रेन का नम्बर 12049 होगा, जबकि आगरा से दिल्ली की ओर 12050 नम्बर की ट्रेन चलेगी।

अब तक कोच नहीं तैयार

सेमी हाईस्पीड का दो बार आगरा-दिल्ली के बीच ट्रायल हो चुका है। बता दें, ट्रेन की गति को लेकर अनुसंधान विकास एवं मानक संगठन माथापच्ची में लगा हुआ है। 10 नवंबर तक कपूरथला कोच फैक्ट्री से कोच मिलने थे, लेकिन अब तक पूरे कोच तैयार नहीं हो सके हैं। एक कोच पर 2.50 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।

90 मिनट में नहीं पहुंची

सेमी हाईस्पीड ट्रेन दो बार के ट्रायल में निर्धारित दूरी 90 मिनट में तय नहीं कर सकी। पहले ट्रायल में ट्रेन दिल्ली से आगरा 100 मिनट में पहुंची, जबकि दूसरे ट्रायल में 103 मिनट का समय लगा। ऐसे में ट्रेन का मथुरा में स्टॉपेज किया जाएगा, तो कुछ टाइम वहां भी स्पेंड होगा। ट्रेन को आगरा तक पहुंचने में 105 मिनट से ज्यादा का समय लग सकता है।

आगरा कैंट यार्ड में शुरू इंटरलॉकिंग कार्य

आगरा कैंट के यार्ड में 30 दिन के लिए इंटरलॉकिंग का कार्य शुरू हो चुका है। कार्य 11 नवंबर से शुरू होकर 10 दिसम्बर तक चलेगा। इसमें 14 गाडि़यां निरस्त की गई.11 आंशिक रूप से निरस्त की गई, जबकि आठ गाडि़यों का रूट चेंज किया गया है। यार्ड इंटरलांकिंग का कार्य शुरू होने से ट्रेनों के पहिए एक महीने के लिए थमे रहेंगे। ऐसे में गतिमान एक्सप्रेस के संचालन में दिक्कत आ सकती है।

Posted By: Inextlive