सर्दी में हादसों को रोकने के लिए यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण का फैसला. एक्सप्रेस-वे की दोनों लेन की दो-दो लाइन पर फास्टैग भी किया गया शुरू.

आगरा (ब्यूरो). हादसों को रोकने के लिए आज (बुधवार) से यमुना एक्सप्रेस-वे पर स्पीड पर बंदिशें लागू कर दी जाएंगी। 15 फरवरी तक गति सीमा के ये प्रतिबंध लागू रहेंगे। हल्के वाहनों की अधिकतम गति सीमा 100 से घटकर 80 किलोमीटर प्रति घंटा कर दी गई है। बढ़ते हादसों की रोकथाम को यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण ने यह निर्णय लिया गया है। इसे लागू करने को जेपी इंफ्राटेक को आदेश दिए गए हैं। करीब 20 स्थानों पर स्पीडोमीटर लगाए गए है।

इतनी रहेगी स्पीड लिमिट
यमुना एक्सप्रेस वे के खंदौली टोल प्रभारी तुलसीराम गुर्जर ने बताया कि हल्के वाहन 80 किलोमीटर प्रति घंटा और भारी वाहन 80 की बजाय 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल सकेंगे। दोनों लेन की दो-दो लाइन पर बुधवार से फास्टैग से शुरू हो जाएगा, अन्य पर 25 दिसंबर से टोल की सभी लाइनों को फास्टैग युक्त कर दिया जाएगा।

मॉनिटरिंग के भी पुख्ता इंतजाम
यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण ने वाहनों की टाइम मॉनिटङ्क्षरग को खंदौली और जेवर टोल प्लाजा के बीच टाइम बूथ लगाए हैं। 20 स्थानों पर स्पीडोमीटर भी लगाए गए हैं। अगर वाहन तय सीमा से ज्यादा स्पीड में चलते पाए गए तो उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई भी की जाएगी।

इमरजेंसी काल बॉक्स गायब
यमुना एक्सप्रेस-वे पर यात्रियों से महंगा टोल वसूला जाता है। इसके बाद भी सुविधाओं में कटौती की जा रही है। रोड सेफ्टी के मानकों में से एक 164 इमरजेंसी कॉल बॉक्स एक्सप्रेस वे शुरू होने के समय लगवाए गए थे। कुछ दिन बाद ही ये खराब हो गए। अब कहीं भी इमरजेंसी कॉल बॉक्स दिखाई नहीं दे रहे। रोड के उतार-चढ़ाव और टोल प्लाजा पर 48 स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरो में से अधिकांश खराब है।

खंदौली टोल प्लाजा पर 15-15 लेन
खंदौली टोल प्लाजा पर दोनों साइड 15-15 लेन बनी हैं। इसमें से 3-3 लेन दो पहिया वाहनों के लिए हैं, जबकि 12-12 लेन से चार पहिया या उससे अधिक के वाहनों के आवागमन को है। वर्तमान में दोनो ओर आठ-आठ लेन ही सक्रिय है। दो-दो लेन में फास्टैग है।

सिर्फ घोषणाओं से काम नहीं चलेगा, बल्कि उस पर अमल भी करना होगा। यमुना एक्सप्रेस-वे पर स्पीड लिमिट को लेकर घोषणा तो कर दी गई है, लेकिन इस स्पीड लिमिट का उल्लंघन करने वालों का प्रॉपर चालान नहीं किया जाता। जब तक सख्ती नहीं दिखाई जाएगी, तब तक हादसे नहीं रोक जा सकते। बल्कि हमने तो सुझाव दिया था कि रात में 12 से चार के बीच वाहनों का आवागमन पूरी तरह से एक्सप्रेस-वे पर बंद हो। क्योंकि अधिकतर हादसे इसी टाइमिंग में होते हैं। इस दौरान इमरजेंसी वाहनों को जाने दिया जाए।
एडवोकेट केसी जैन, सचिव, आगरा डेवलपमेंट फाउंडेशन


वाहनों के स्पीड कम कर दी गई है। वाहन 80 किलोमीटर प्रति घंटा और भारी वाहन 80 की बजाय 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल सकेंगे।
तुलसीराम गुर्जर, प्रभारी, खंदौली टोल, यमुना एक्सप्रेस-वे

Posted By: Inextlive