आगरा: डा। भीमराव आंबेडकर में स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए शुरू हुई प्रवेश प्रक्रिया में पंजीकरण के आंकड़े तो लगातार बढ़ रहे हैं, ¨कतु अभ्यर्थी कॉलेजों तक नहीं पहुंच रहे हैं। विवि की वेबसाइट पर कॉलेजों द्वारा रिपोर्ट आवेदनों की संख्या अभी केवल 1200 ही पार कर पाई है।

विवि ने 25 जुलाई से प्रवेश प्रक्रिया आरंभ की है। अब तक 25097 पंजीकरण हो चुके हैं। 23003 विद्यार्थियों ने फीस जमा करा दी है। 21956 फॉर्म भरे जा चुके हैं। 23892 विद्यार्थियों ने पाठ्यक्रमों का चयन कर लिया है। 21956 पंजीकरण फॉर्म ¨प्रट हो चुके हैं। पर कॉलेजों ने द्वारा विवि की वेबसाइट पर केवल 1254 आवेदन ही रिपोर्ट किए गए हैं, जोकि कुल पंजीकरण के मुकाबले काफी कम हैं।

यह है पूरी प्रक्रिया : इस साल ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया में सात चरण पूरे करने हैं। पहला चरण पंजीकरण,दूसरा फीस, तीसरा फॉर्म भरना, चौथा कोर्स चयन करना, पांचवा पंजीकरण फॉर्म ¨प्रट करना, छठवां कॉलेजों को विवि को रिपोर्ट करना और सातवां चयनित विद्यार्थियों की संख्या बताना है

कॉलेज नहीं पहुंच रहे विद्यार्थी

कोरोना काल में विद्यार्थी अपने घर से नहीं निकल रहे हैं। जितना काम ऑनलाइन होना है, उसे करने के बाद कॉलेज तक जाने में वे अभी डर रहे हैं। नियमानुसार पंजीकरण के बाद विद्यार्थियों को फॉर्म के साथ कॉलेजों में संपर्क करना है, जहां से कॉलेज पंजीकरण नंबर को विवि की वेबसाइट पर रिपोर्ट करेंगे। कॉलेजों से विद्यार्थियों को एक तिथि दी जाएगी, जिसमें कागजात के वेरीफिकेशन के लिए विद्यार्थियों को कॉलेज जाना होगा।

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कुलपति ने जानीं समस्याएं

प्रवेश प्रक्रिया संबंधी समस्याओं को जानने के लिए बुधवार को कुलपति प्रो। अशोक मित्तल द्वारा राजकीय और अनुदानित कॉलेजों के प्राचार्यों की एक बैठक बुलाई गई। जेपी सभागार में आयोजित इस बैठक में प्राचार्यों ने प्रवेश प्रक्रिया में वाली समस्याओं को कुलपति के सामने रखा।

प्रवेश समिति के समन्वयक प्रो। अनिल वर्मा ने स्क्रीन पर चरण दर चरण प्रवेश प्रक्रिया को स्पष्ट किया। प्रो। मनुप्रताप सिंह ने इसमें सहयोग किया। इस दौरान कुछ प्राचार्यों द्वारा समस्याएं रखी गईं और सवाल भी पूछे गए। प्राचार्यों का कहना था कि अधिकांश विद्यार्थी ग्रामीण परिवेश के हैं, ऐसे में नेटवर्क के कारण दिक्कत होती है। शिक्षण शुल्क को लेकर भी प्रश्न उठाए गए कि एक कॉलेज में प्रवेश शुल्क जमा करने के बाद अगर दूसरे कॉलेज में भी प्रवेश हो जाता है तो शुल्क को कैसे समायोजित किया जाएगा। कुलपति ने कहा कि समस्याओं का निराकरण किया जाएगा।

Posted By: Inextlive