घंटों इंतजार के बाद मिलीं बसें, खिड़की से चढ़ने को मजबूर हुए यात्री

आगरा: रक्षाबंधन पर रोडवेज बसों में मारामारी रही। घंटों इंतजार के बाद जान जोखिम में डालकर बसों में चढ़ पाए। बहुत से यात्रियों को भीड़ के चलते बसों में बैठने तक की जगह नहीं मिली। भाइयों को राखी बांधने जाने वाली महिलाओं को रोडवेज ने निश्शुल्क सफर का तोहफा तो दिया, लेकिन बस में बैठने में उनका पसीना छूट गया। अव्यवस्थाओं के बीच तमाम महिलाएं सीट घेरने के लिए अपने बच्चों को खिड़की से बस में चढ़ाने को मजबूर दिखीं, तो कुछ महिलाएं ऐसी भी थीं जो बस के दरवाजे पर लटककर सफर करने को मजबूर हुईं।

रोडवेज में अव्यवस्थाओं के चलते हुई परेशानी

आईएसबीटी, ईदगाह बस स्टैंड, रामबाग चौराहा आदि स्थानों पर यात्रियों की भीड़ रही। अलीगढ़, ग्वालियर, नोएडा, कानपुर रूट के लिए यात्रियों को बसों का काफी देर इंतजार करना पड़ा। किसी को दो तो किसी को तीन घंटे में बस मिल पाई। इसके चलते बहुत सी महिलाएं अपने भाइयों को राखी बांधने काफी देर से पहुंची। तमाम यात्रियों ने जान जोखिम में डालकर बस पकड़ी। शासन के निर्देश पर शनिवार रात 12 बजे से रविवार रात 12 तक महिलाओं के लिए निश्शुल्क सफर रहा।

बोलीं महिला यात्री

मुझे कासगंज से ग्वालियर जाना था। कासगंज से आगरा आने में तो कोई परेशानी नहीं हुई, लेकिन आगरा से ग्वालियर की बस के लिए मुझे लगभग दो घंटे इंतजार करना पड़ा।

खुशबू शर्मा

रोडवेज बसों में महिलाओं के लिए निश्शुल्क सफर की घोषणा तो की गई, लेकिन पर्याप्त बसों का बंदोबस्त नहीं किया। ईदगाह बस स्टैंड से मुझे धौलपुर की बस के लिए लगभग डेढ़ घंटे इंतजार करना पड़ा।

¨पकी वर्मा

अलीगढ़ के लिए बसों की काफी संख्या कम रही। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मुझे लगभग डेढ़ घंटे बाद बस मिली। भाई को राखी बांधने जाने के लिए मुझे काफी इंतजार करना पड़ा।

बीना

Posted By: Inextlive