- मिल रहे डेली नए 100 कोरोना पेशेंट

- डेली 30 पेशेंट हॉस्पिटल में किए जा रहे एडमिट

- आसपास के जिलों से सीरियस पेशेंट की लग रही लाइन

आगरा। कोरोनावायरस का संक्रमण अब तक सबसे तेज गति से शहर में फैल रहा है। डेली लगभग 100 के करीब लोगों में कोरोनावायरस के संक्रमण की पुष्टि हो रही है। इससे स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर काफी असर पड़ा है। आलम यह है कि शहर में कोरोना के एक्टिव 897 का इलाज चल रहा है। सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज में इन दिनों आईसीयू फुल हो गया है। लोगों को इसके लिए वेट करना पड़ा रहा है। प्राइवेट अस्पतालों में भी आधे बेड भर चुके हैं लेकिन यहां पर इलाज कराना भी हर किसी के बस की बात नहीं है। वो तो शुक्र है कि आगरा में होम आइसोलेशन की सुविधा है। वरना कोविड-19 की आज की परिस्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य तंत्र पूरी तरह से ध्वस्त हो जाता।

58 परसेंट पेशेंट्स होम आइसोलेशन में

कोविड-19 के इन दिनों लगभग 100 नए पेशेंट्स मिल रहे हैं। इनमें से 30 परसेंट पेशेंट्स को हॉस्पिटल में एडमिट करना पड़ता है। अन्य 70 परसेंट पेशेंट्स को स्वास्थ्य विभाग की टीम होम आइसोलेशन की सुविधा दे देती है। वहीं पर उनको उपचार दिया जाता है। इस वक्त जिले में 897 पेशेंट्स का उपचार चल रहा है। इनमें से 525 पेशेंट्स होम आइसोलेशन में रहकर अपना इलाज करा रहे हैं। अन्य पेशेंट्स विभिन्न फैसिलिटीज में अपना इलाज करा रहे हैं। फिलहाल 58 परसेंट पेशेंट्स होम आइसोलेशन में ही अपना इलाज करा रहे हैं।

दोगुनी हो गई पेशेंट्स के एडमिट होने की दर

अभी पिछले महीने तक लग रहा था कि आगरा में कोविड-19 काबू में है और उन दिनों कोविड-19 की फैसिलिटीज भी खाली पड़ी हुई थीं। एसएन मेडिकल कॉलेज की डिपार्टमेंट ऑफ पीडियाट्रिक में बनाई गई सेकंड कोविड यूनिट भी बंद पड़ी हुई थी। लेकिन, अब सितंबर में तेजी से पेशेंट्स की संख्या बढ़ने के बाद इसके दोबारा से शुरू करना पड़ा है। कोविड-19 की रफ्तार बढ़ने से एसएन में भी पेशेंट्स के एडमिट होने की दर भी डबल हो गई है। पहले जहां डेली 40 से 50 पेशेंट्स में कोरोनावायरस का संक्रमण मिल रहा था। इसमें से 75 परसेंट पेशेंट्स को लेवल-1 फैसिलिटी या होम आइसोलेशन की ही जरूरत पड़ रही थी और एसएन मेडिकल कॉलेज में केवल दस परसेंट पेशेंट्स यानि 10 से 12 पेशेंट्स एडमिट हो रहे थे। लेकिन अब यह दर डबल हो गई है। अब डेली लगभग 100 पेशेंट्स मिल रहे हैं और इसमें से डेली 20 से 25 पेशेंट्स एसएनएमसी तक पहुंच रहे हैं। ऐसे में कोविड हॉस्पिटल के सारे बेड जल्दी ही भरने की कगार पर आ गये हैं।

एसएन पर बाहर के पेशेंट्स का भी है बोझ

एसएन मेडिकल कॉलेज में इन दिनों काफी सीरियस पेशेंट्स आ रहे हैं। इस वक्त यहां पर आगरा से बाहर के जिलों अलीगढ़, फिरोजाबाद, मथुरा के पेशेंट्स का भी बोझ है। एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर संजय काला ने बताया कि इन दिनों पेशेंट्स की संख्या तेजी से बढ़ने से हॉस्पिटल में भी पेशेंट्स की संख्या बढ़ गई है। उन्होंने बताया कि इस वक्त काफी सीरियस पेशेंट्स आ रहे हैं। लेवल-3 की फैसिलिटी होने के चलते यहां पर हर पेशेंट लगभग सीरियस ही होता है। बाहर के जिलों से आने वाले पेशेंट्स की हालत तो काफी ज्यादा खराब होती है, उनकी स्थिति तो ऐसी होती है कि पेशेंट के भीतर कुछ बचा ही नहीं होता है। आलम यह है कि कोविड हॉस्पिटल में आईसीयू फुल हो गया है। गंभीर पेशेंट्स की बढ़ती संख्या को देखते हुए कोविड हॉस्पिटल की यूनिट-1 को गंभीर पेशेंट्स के लिये डेडिकेट कर दिया गया है।

बढ़ रही गंभीर पेशेंट्स की संख्या

डॉ। संजय काला ने बताया कि इस वक्त सीरियस पेशेंट्स की संख्या लगातार बढ़ रही है। एसएन मेडिकल कॉलेज में इन पेशेंट्स को सीरियस हालत में रेफर किया जाता है और जब पेशेंट सीरियस हो जाता है, उसके बाद एक-एक मिनट कीमती होता है। एसएन आते-आते पेशेंट्स को काफी देर हो जाती है। उन्होंने बताया कि खासकर अलीगढ़ के पेशेंट्स को आगरा में आने मे टाइम लग जाता है। इस कारण वहां के पेशेंट्स की हालत ज्यादा सीरियस हो जाती है। ऐसी सिचुएशन में पेशेंट को बचाना मुश्किल हो जाता है।

इस वक्त कोरोना के केस राइज होने से एसएन में भी पेशेंट्स एडमिट होने की दर डबल हो गई है। इस वक्त आगरा के बाहर से क्रिटिकल पेशेंट्स ज्यादा आ रहे हैं। लगभग 40 परसेंट केस बाहर आगरा के आसपास के जिलों के हैं। गंभीर पेशेंट्स की स्थिति को देखते हुए 100 बेड की कोविड यूनिट को गंभीर पेशेंट्स के लिये ही डेडिकेट कर दिया है।

-डॉ। संजय काला, प्रिंसिपल, एसएनएमसी

Posted By: Inextlive