AGRA (14 Nov.): ताज के सामने खड़े होकर लोग अपलक होकर निहारते हैं। शायद ही कोई ऐसा सैलानी हो जो वाह ताज बोले बिना रह पाता है। लेकिन, आप उस रोमांच का अंदाजा लगाइए जब सैकड़ों फीट की ऊंचाई होगी और आपके सामने दुनिया का अजूबा ताजमहल होगा। लोगों के इसी सपने को साकार करने के लिए आगरा में ताज बैलून फेस्टिवल शुरू हो चुका है। तीन दिन तक चलने वाले इस फेस्टिवल के पहले दिन शनिवार को हॉट एयर बैलून हाथी घाट और ताज कॉरीडोर के बीच यमुना नदी से उड़ाया गया। हालांकि मौसम में कोहरा होने की वजह से ताज की स्पष्ट छवि को लोग नहीं देख सके। इस दौरान मौके पर मौजूद यूपी टूरिज्म के डिप्टी डायरेक्टर अविनाश मिश्रा ने बताया कि आगरा टूरिज्म प्रमोशन के लिए बैलून सफारी को रेग्युलर किया जा सकता है।

सूर्योदय के वक्त ताज का दीदार

यूपी टूरिज्म के प्रोजेक्ट के अंतर्गत और स्काई वॉल्ट कंपनी की ओर से आसमान से ताजमहल को निहारने के लिए सुबह का समय चुना गया। पहले दिन तयशुदा कार्यक्रम के हिसाब से एमजी रोड स्थित होटल इपीरियल ग्रांड से कंपनी के प्रतिनिधि अपने वाहनों से लोगों को हाथी घाट स्थित नदी के अंदर ले गए। यहां बैलून उड़ाने के लिए तकरीबन तीस-चालीस मिनट का वक्त लगा। उसके बाद पूरी तैयारी से सूर्योदय के समय रंग-बिरंगे हॉट एयर बैलून आसमान में उड़ाकर ताज बैलून फेस्टिवल का आगाज हुआ। ताज कॉरीडोर वाले ताजमहल के पा‌र्श्व क्षेत्र में होते हुए बैलून धीरे-धीरे आगे की ओर बढ़े। लेकिन, नदी क्षेत्र में सुबह-सुबह के समय कोहरा होने की वजह से बैलून से ताजमहल की वह छवि नहीं दिखाई दी। जिसे देखने के लिए लोगों में खासा उतावलापन बना रहता है।

अधिकारियों ने ाी भरी उड़ान

ताज बैलून फेस्टिवल के पहले दिन इस दौरान यूपी टूरिज्म के डिप्टी डायरेक्टर अविनाश मिश्रा, डीएम पंकज कुमार, एसएसपी डॉ। प्रीतिंदर सिंह आदि प्रमुख आला अधिकारियों ने हॉट एयर बैलून की सवारी करने के लिए ताज कॉरीडोर वाले यमुना नदी के क्षेत्र से उड़ान भरी। यहां से ताजमहल के नदी वाले हिस्से से होता हुआ बैलून शाहजहां गार्डन क्षेत्र, ताजगंज, शमसाबाद क्षेत्र होते हुए बरौली अहीर की तरफ गया। बरौली अहीर के ग्राम बगदा के पास स्थित अंसल प्रोजेक्ट से लगे हुए खाली स्थान में बैलून को लैंड कराया गया। उधर, शाम को पीएसी ग्राउंड पर रंगारंग फेस्टिवल का आयोजन किया गया।

करीब पैंतालीस मिनट और बारह किमी हवा में

पहले दिन तकरीबन चालीस-पैंतालिस मिनट तक बैलून ने उड़ान भरी। इस उड़न के दौरान बैलून ने करीब बारह से लेकर पन्द्रह किमी तक का रोमांच भरा सफर पूरा किया। हर एक बैलून को बहुत ही कुशल पायलटों द्वारा उड़ाया जा रहा था। ये सभी पायलट ऑस्ट्रेलिया सहित विभिन्न देशों से इस ताज बैलून फेस्टिवल में शामिल होने के लिए आए हैं। हर बैलून में गैस के दो-तीन बड़े सिलेंडर उपलध थे। जिनसे बैलून को हॉट एयर देकर उड़ाया जा रहा था। सभी वॉकी-टॉकी के जरिए स्काई वॉल्ट की टीम और बाकी पायलटों से लगातार संपर्क में थे। बैलून संचालन के लिए सभी पायलट अत्याधुनिक तकनीक से लैस हैं।

Posted By: Inextlive