'ओलंपिकÓ ये शब्द हर खिलाड़ी के लिए एक सपना होता है. प्रत्येक खिलाड़ी यहां तक पहुंचना चाहता है और अपने देश शहर गांव का नाम रोशन करना चाहता है. आगरा के खाते में सौभाग्यवश ऐसा नाम है और आगे भी ताजनगरी का नाम ओलंपिक में रोशन हो सकता है. ओलंपियन जगबीर सिंह ने ओलंपिक खेलकर शहर का सिर गर्व से ऊंचा किया है. इसके साथ ही नई पौध भी ओलंपिक तक पहुंचने के जज्बे के लिए तैयार है.

आगरा। इंडियन हॉकी टीम के पूर्व कप्तान और ओलंपियन जगबीर सिंह ओलंपिक में भारत के लिए खेल चुके हैैं। वे इंडियन टीम के कैप्टन भी बने और अर्जुन अवॉर्ड से भी सम्मानित हुए। उन्होंने बताया कि ओलंपिक तक पहुंचना प्रत्येक खिलाड़ी का ड्रीम होता है। वो अलग ही दुनिया है। उन्होंने बताया कि वहां दुनिया के बेस्ट प्लेयर्स और बेस्ट फैसिलिटीज होती हैैं। उन्होंने कहा कि वहां अलग-अलग देशों के खिलाडिय़ों के साथ उठने-बैठने और खेलने का मौका मिलता है।

ओलंपियन बनने का अहसास
जगबीर सिंह ने बताया कि 1988 ओलंपिक के लिए बेंगलुरू में ट्रायल चल रहे थे। वे उस कैंप में शामिल थे। जब ओलंपिक की टीम की घोषणा हुई तो हमें एक लाइन में खड़ा कर दिया। मेरे नाम की घोषणा हुई तो वो सुनाई नहीं दिया। साथियों ने बताया तब मुझे इसका अहसास हुआ। उन्होंने कहा कि जब हम ओलंपिक विलेज पहुंचे तो अलग ही एक्साइटमेंट था। एक यूएस के खिलाड़ी ने उनसे वहां पर आकर उनका इंडियन टीम का बैज मांगा। इसके बदले उन्होंने मुझे अपनी जर्सी की टी-शर्ट दी। उन्होंने कहा कि ओलंपियन आपके नाम के आगे तब जुड़ता है। जब आप ओलंपिक के मैच खेलते हैैं। उन्होंने बताया कि हमारा पहला मैच रशिया से था। तब मैैं ग्राउंड पर उतरा और ओलंपियन बना। वो अलग ही पल थे। उस मैच को हमने ड्रा खेला था। उन्होंने कहा कि नये खिलाडिय़ों के लिए भी यही संदेश है कि वे हमेशा टॉप सोच रखें। अपने अंदर विश्वास जरूर रखें और सबसे बेहतर खुद को मानें। उन्होंने कहा कि डिसिपिलिन लाइफ आपको मुकाम तक ले जा सकती है। उन्होंने कहा कोई सपना ऐसा नहीं जो पूरा नहीं हो सकता है।

ओलंपिक की तैयारी
आगरा की एथलीट मनीषा कुशवाह साउथ एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर देश का नाम रोशन कर चुकी हैैं। इस कैटेगरी में उन्होंने भारत को पहली बार मेडल जिताया था। कुछ समय पहले इंजरी से उबरकर बाहर निकली मनीषा अब 2023 में होने वाले एशियन गेम्स के लिए तैयारी कर रही हैैं। वे कहती हैैं कि इसके साथ ही ओलंपिक की भी तैयारी कर रही हैैं। वे कहती हैैं कि यदि सब कुछ अच्छा रहा तो वे ओलंपिक का भी टिकट कटा लेंगी।

देश का झंडा फहराएंगे जतिन
जतिन आगरा के एकलव्य स्पोट्र्स स्टेडियम में जिम्नास्टिक की प्रैक्टिस करते हैैं। वे काफी अच्छे खिलाड़ी हैैं। वे हाल ही में हरियाणा में हुए खेलो इंडिया गेम्स में गोल्ड जीतकर आए हैैं। इससे पहले वे सब जूनियर नेशनल में भी गोल्ड जीत चुके हैैं और असम में हुए खेलो इंडिया गेम्स में भी गोल्ड जीतकर शहर का नाम रोशन कर चुके हैैं। उन्होंने कहा कि वे भी ओलंपिक में जाने का सपना देखते हैैं। वे कहते हैैं कि जैसे वे यहां गोल्ड जीत रहे हैैं वैसे ही वो एक दिन ओलंपिक में भी गोल्ड जीतेंगे।

गोल्ड जीतने के बाद हौसले बुलंद
आगरा की लड़कियां किसी से पीछे नहीं हैं। वे लगातार खेल जगत में आगरा का नाम रोशन कर रही हैैं। आगरा की आयुषी ने हाल ही में हरियाणा में हुए खेलो इंडिया गेम्स में गोल्ड मेडल जीतकर लाई हैैं और शहर का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि कोच राममिलन के निर्देशन में वे हमेशा अच्छा करने के बारे में सोचती हैैं। वे कहती हैैं कि वे एक दिन ओलंपिक में भी पहुंचेंगी और देश का झंडा फहराएंगी।

Posted By: Inextlive