खेरागढ़। वेतन न मिलने व अन्य शिक्षक समस्याओं के समाधान न होने के अलावा शिक्षकों के साथ बीएसए के दु‌र्व्यवहार को लेकर शिक्षकों में भारी रोष है। इसी क्रम में सैकड़ों शिक्षक 29 जुलाई को बीएसए आफिस पहुंच कर सामूहिक गिरफ्तारी देने जाएंगे। सोमवार दोपहर को राष्ट्रवादी शिक्षक महासंघ के प्रदेश संयोजक मुकेश डागुर के नेतृत्व में खेरागढ़ बीआरसी पर शिक्षकों ने इकट्ठा होकर बीएसए की कार्यशैली पर रोष व्यक्त किया। इस अवसर पर शिक्षक नेता मुकेश डागुर ने कहा कि जनपद में शिक्षा अधिकारी केवल शिक्षकों के शोषण के लिए काम कर रहे हैं। बेसिक शिक्षा विभाग लूट का अड्डा बन गया है। सरकार बेसिक में रोज नई नई नीतियों से स्कूली शिक्षा पटती से उतर गयी है। शिक्षकों को गैर जरूरी सूचनाओं और गैर शैक्षणिक कार्यो में उलझा दिया गया है। रोज आये दिन नए-नए विरोधाभासी आदेश जारी हो रहे हैं, जिससे शिक्षक परेशान हैं। शिक्षकों को वेतन नहीं दिया जा रहा है। शिक्षा मित्रों को मानदेय नहीं मिल रहा है। मुकेश डागुर ने कहा है कि शिक्षकों की जांच हो सकती है, इसका स्वागत है। लेकिन सरकार को चाहिए कि पिछले 20 वर्षो में जितने अधिकारी बीएसए और खंड शिक्षा अधिकारी के पद पर तैनात रहे हैं। उन सभी की सम्पत्ति की जांच होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि आगरा में बीएसए द्वारा शिक्षकों की समस्याओं के समाधान न करने, शिक्षकों को अपमानित करने, उनके साथ दु‌र्व्यवहार करने, समय से वेतन न देने के विरोध में 29 जुलाई को दोपहर दो बजे सैकड़ों शिक्षक स्वेच्छापूर्वक सामूहिक गिरफ्तारी देने बीएसए कार्यालय पहुंचेंगे.इस अवसर पर योगेश हर्षाना, राकेश चाहर, योगेश चाहर, धर्मवीर सिंह सोलंकी, वीरेन्द्र सिंह छौंकर, लेखराज कुशवाह, हरेंद्र सिंह सोलंकी, संजीव मित्तल, हरिदेश सोलंकी, विनय, नेकराम आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive