शहर को आवारा डॉग्स के आतंक से जल्द ही राहत मिलेगी. इसके लिए एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर का निर्माण कराया जाएगा. 1.50 करोड़ रुपए से तैयार होने वाले इस सेंटर का निर्माण छलेसर रोड पर नगर निगम की जमीन पर होगा. इस सेंटर के बनने से आवारा डॉग्स के बांध्यीकरण नसबंदी और वैक्सीनेशन प्रोसेस में तेजी आएगी.


आगरा(ब्यूरो)। शहर में अभी एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर नहीं है। आवारा डॉग्स की संख्या करीब एक लाख है। डॉग्स के हमले की अक्सर घटनाएं सामने आती रहती हैं। ऐसे में इनकी संख्या को कंट्रोल करने के लिए नगर निगम प्राइवेट संस्थाओं की मदद से नसबंदी और वैक्सीनेशन कार्यक्रम चलाता है। इसके तहत शहर में तीन से चार केंद्र बनाए गए हैं। यहां रोज 100 डॉग की नसबंदी और वैक्सीनेशन का दावा किया जाता है।

टेंडर का प्रोसेस जारी
एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर बनने से नगर निगम की प्राइवेट संस्थाओं पर निर्भरता कम होगी। निगम के पास खुद के संसाधन होंगे। इससे एनिमल बर्थ कंट्रोल की मुहिम में तेजी लाई जा सकेगी। कार्यदायी संस्था सीएंडडीएस की ओर से इस सेंटर का निर्माण कराया जाएगा। इस सेंटर के टेंडर का प्रोसेस जारी है। अगले वर्ष दिसंबर तक इसका निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य है। नगर निगम के पशु चिकित्सा विभाग की ओर से सितंबर 2022 से लेकर 29 नवंबर 2023 तक 38269 डॉग्स की नसबंदी और वैक्सीनेशन किया गया। शहर में लगभग एक लाख डॉग्स हैं। जिनकी आबादी में 25 परसेंट प्रतिवर्ष की दर से इजाफा हो रहा है।


बिल्डिंग में ये होंगी फैसिलिटी
- ग्राउंड फ्लोर पर सामुदायिक कैनेल (प्रजाति) बनाए जाएंगे।
- एक कैनेल में 10-10 की संख्या में डॉग्स को रखा जाएगा।
- सिंगल कैनेल बनाए जाएंगे, जिनमें दो कक्ष होंगे।
- रसोईघर
- रजिस्ट्रेशन काउंटर
- डॉक्यूमेंट्स एवं डॉक्टर रूम
- ऑपरेशन रूम
- मेडिकल स्टोर
- पेट सैलून एवं पेट शॉप
- टॉयलेट
- पार्किंग आदि होंगे

शहर की स्थिति
01 लाख के करीब शहर में आवारा डॉग्स
1139 रुपए एक डॉग पर होता है खर्च
38 हजार से अधिक डॉग्स की नसबंदी और वैक्सीनेशन एक वर्ष में
100 डॉग्स की डेली नसबंदी और वैक्सीनेशन


कुत्तों के हमले में कई घायल हो चुके हैं
कुत्तों के हमले की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इनमें कई बार डॉग्स ने बच्चों को निशाना बनाया। जिससे बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। ताजमहल समेत अन्य स्मारकों के आसपास भी कुत्तों के हमले में टूरिस्ट्स भी घायल हो चुुके हैं। घटना के बाद इन डॉग्स को पकडऩे के लिए अभियान चलाया जाता है। लेकिन कुछ दिन बाद फिर स्मारक के आसपास आवारा डॉग्स का झुंड दिख जाता है।

एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर का बनना अच्छा कदम है। इससे निराश्रित डॉग्स की ग्रोथ को कंट्रोल करने में मदद मिलेगी। सोसाइटी में डॉग्स की संख्या लिमिटेड होगी तो उन्हें फूड भी आसानी से उपलब्ध हो सकेगा।
दीप्ति उपाध्याय, समाजसेवी


एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर का निर्माण कराया जाना है। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। निर्माण सीएंडडीएस की ओर से कराया जाएगा। इस सेंटर के निर्माण से शहर में आवारा डॉग्स के वैक्सीनेशन और नसबंदी प्रोग्राम में तेजी आएगी।
डॉ। अजय कुमार सिंह, पशु कल्याण अधिकारी, नगर निगम

Posted By: Inextlive