आगरा: डॉॅ। भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी में अब छात्रों को अपनी शिकायत के लिए चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। बुधवार से ऑनलाइन हेल्प डेस्क शुरू हो रही है, जहां छात्र अपनी शिकायत को ऑनलाइन दर्ज कराने के साथ ही उसका स्टेट्स भी जान सकेंगे।

संक्रमित होने का रहता था ातरा

कोरोना काल में उत्पन्न परिस्थितियों को देखते हुए शासन स्तर से विश्वविद्यालय, कॉलेज और आवासीय परिसर में छात्रों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी। शिक्षण कार्य ऑनलाइन हो रहा है, पर छात्र अपनी समस्याओं और शिकायतों के साथ विश्वविद्यालय पहुंच रहे थे। कुलपति प्रो। अशोक मित्तल ने छात्र व कर्मचारी हित में इसे गंभीरता से लेते हुए ऑनलाइन हेल्प डेस्क शुरू करने के निर्देश दिए। अलीगढ़, एटा, मैनपुरी, हाथरस, मथुरा समेत आठ जिलों के छात्रों को अपनी शिकायतों को दर्ज कराने के लिए विश्वविद्यालय आना पड़ता था। बसों या अन्य साधनों से आने में संक्रमण का खतरा था।

कंप्लेन नंबर मिलेगा

अब यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर ही ऑनलाइन हेल्पडेस्क का ¨लक आएगा। ¨लक खोलने के बाद छात्र और शिकायत का विवरण मांगा जाएगा। शिकायत के पांच-छह विकल्प होंगे जैसे अंकतालिका में संशोधन, माता-पिता के नाम में त्रुटि, एनरोलमेंट नंबर में त्रुटि, रोल नंबर में संशोधन, पूणरंक में त्रुटियां। इसके साथ ही कौन से प्रपत्र अपलोड करने हैं, इसकी जानकारी भी दी जाएगी। फॉर्म सबमिट करने के बाद छात्र को शिकायत नंबर मिलेगा। उसी फॉर्म के बगल में एक और कॉलम बनेगा, ऑनलाइन कंप्लेन स्टेटस, वहां से छात्र अपनी शिकायत का स्टेट्स ट्रैक कर सकेंगे। शिकायत दर्ज होने के बाद हेल्प डेस्क के कर्मचारी जांचेंगे कि शिकायत के अनुरूप प्रपत्र लगाए हैं या नहीं। अगर प्रपत्र अधूरे होंगे तो छात्र को फोन या ई-मेल के माध्यम से सूचना देंगे। उसके बाद ऑनलाइन शिकायत एजेंसी भेज दी जाएगी, जहां संशोधन होगा। हेल्प डेस्क प्रभारी पीके सिंह हैं। जनसंपर्क अधिकारी प्रो। प्रदीप श्रीधर ने बताया कि दूसरे जिलों के छात्रों की मा‌र्क्सशीट को स्पीड पोस्ट से भेज दिया जाएगा।

चार लाख से ज्यादा छात्र भर चुके परीक्षा फॉर्म

डॉ। बीआर यूनिवर्सिटी में स्नातक, स्नातकोत्तर और पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के चार लाख से ज्यादा छात्र परीक्षा फॉर्म भर चुके हैं। इनमें से लगभग सवा या डेढ़ लाख छात्र प्रथम वर्ष के हैं, जिन्हें प्रोन्नत करने की योजना है। द्वितीय वर्ष के छात्रों की संया भी सवा से डेढ़ लाख के बीच में है, जिनके संबंध में शासन द्वारा निर्णय लिया जाएगा। तृतीय वर्ष के छात्रों की संया लगभग एक लाख है। इनकी परीक्षाएं होंगी।

तीन कुलपतियों की कमेटी की सिफारिशों के आधार पर तैयार प्रस्ताव के अनुसार राज्य विश्वविद्यालयों की अंतिम वर्ष की वार्षिक एवं सेमेस्टर परीक्षाएं 13 अगस्त तक कराने की योजना बनाई गई है। परीक्षा के लिए प्रश्नपत्र आसान होगा। बहुविकल्पीय प्रश्न आएंगे। परीक्षा प्रणाली ओएमआर पर आधारित होगी। प्रथम वर्ष के छात्रों को प्रोन्नत करने की योजना है और द्वितीय वर्ष के लिए अभी निर्णय विचाराधीन है।

इस संबंध में अभी शासनादेश जारी नहीं हुआ है, पर सूत्रों की मानें तो पिछले साल की तरह इस साल भी प्रथम वर्ष के छात्रों को प्रोन्नत किया जाएगा। द्वितीय वर्ष के छात्रों को प्रोन्नत करने पर अभी विचार चल रहा है क्योंकि वे पिछले साल भी प्रोन्नत हुए थे। सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए योजना बनाई गई है कि जिन विश्वविद्यालयों में स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं हो चुकी हैं पर द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाएं नहीं हुई हैं। वहां प्रथम सेमेस्टर के अंकों के आधार पर उनके द्वितीय सेमेस्टर का परिणाम निर्धारित किया जाएगा। तृतीय एवं विषम सेमेस्टर की परीक्षाएं हो चुकी हैं पर चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं नहीं हुई हैं, तो तृतीय सेमेस्टर के अंकों के आधार पर चतुर्थ सेमेस्टर के अंक निर्धारित होंगे। परीक्षा नियंत्रक डॉ। राजीव कुमार ने बताया कि शासन के निर्देशों का पालन होगा। द्वितीय व तृतीय वर्ष के लिए जो भी आदेश आएंगे, उनके अनुसार प्रक्रिया आरंभ कर दी जाएगी।

Posted By: Inextlive