- लॉकडाउन जैसी स्थिति होने की सता रही चिंता

- पहले से ही मंदी से जूझ रहा टूरिज्म सेक्टर

आगरा। कोरोनावायरस के कारण जूझ रही टूरिज्म इंडस्ट्री को राहत मिलती नहीं दिख रही है। अब धीरे-धीरे टूरिस्टस की संख्या आगरा में बढ़ने लगी तो फिर से कोरोना हावी होने लगा है। इसके चलते डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन ने 31 मार्च तक कमर्शियल पैसेंजर इंटरनेशनल फ्लाइट पर रोक लगा दी है। इससे ताजमहल देखने के लिए इंडिया टूर पर आने वाले टूरिस्ट्स नहीं आ सकेंगे।

लॉकडाउन जैसी स्थिति का सता रहा डर

देश-विदेश में कोरोनावायरस का नया स्ट्रेन दोबारा से बढ़ रहा है। यूरोप में लगातार कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। इंडिया में भी महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। इस स्थिति में कारोबारियों को डर है कि कहीं फिर लॉकडाउन जैसी स्थिति न हो जाए। इससे टूरिज्म इंडस्ट्री को फिर से मोटा नुकसान सहना पड़ेगा। टूरिज्म कारोबारियों का कहना है कि आगरा में जब तक विदेशी टूरिस्ट्स नहीं आएंगे, तब तक ताजनगरी की टूरिज्म इंडस्ट्री में जान नहीं आएगी।

पहले से मंदी से जूझ रही इंडस्ट्री

कोरोनावायरस ने सभी कारोबार को इफेक्ट किया है। लेकिन, आगरा टूरिज्म का शहर है, यहां पर विश्वदायी इमारत ताजमहल है, जिसे देखने के लिए पूरी दुनिया से टूरिस्ट्स यहां आते हैं। इसके चलते यहां पर लाखों लोगों का रोजगार चलता है। लॉकडाउन के कारण आगरा के मॉन्यूमेंट्स बंद पड़े थे। इस कारण इंडस्ट्री पूरी तरह से ठप पड़ी हुई थी। अब ताजमहल सहित अन्य मॉन्यूमेंट्स खुले हैं। इस कारण टूरिज्म इंडस्ट्री धीरे-धीरे पटरी पर आ रही है। लेकिन इंटरनेशनल फ्लाइट बंद होने से विदेशी टूरिस्ट्स की आस अभी भी अधूरी ही रहेगी। होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट राकेश चौहान बताते हैं कि जब तक विदेशी टूरिस्ट्स आगरा आना शुरू नहीं करेंगे तब तक टूरिज्म इंडस्ट्री में पहले की तरह तेजी नहीं आएगी। फिलहाल इंडस्ट्री की हालत काफी खराब है।

बंद पड़ी है आधे से ज्यादा इंडस्ट्री

आगरा में देश-विदेश से टूरिस्ट्स आते हैं। इसके चलते गाइड, टूर ऑपरेटर्स, होटल इंडस्ट्री, रेस्टोरेंट, क्लब, कैफे, एंपोरियम, शिल्पी सहित कई तरह के व्यापार चलते हैं। साल 2020 में लॉकडाउन लगने के बाद अनलॉक हुआ। लेकिन टूरिज्म इंडस्ट्री बुरी तरह से पटरी से उतर गई। इंटरनेशनल फ्लाइट्स बंद होने और टूरिस्ट वीजा पर रोक होने के चलते विदेशी टूरिस्ट्स ताज देखने नहीं आ पा रहे हैं। इसलिए आधे से ज्यादा इंडस्ट्री अब भी बंद पड़ी हुई है। कई छोटे होटल्स और रेस्टोरेंट बंद हो गए। जो लोग टूरिस्ट इंडस्ट्री से जुड़े थे, उन्होंने रोजी-रोटी की तलाश में अपना काम बदल दिया। टूरिज्म इंडस्ट्री को कोरोना ने सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है।

3.5 लाख से ज्यादा टूरिस्ट्स आते हैं आगरा हर साल

50 हजार करोड़ से ज्यादा का बिजनेस होता है टूरिज्म इंडस्ट्री से एक सीजन में

470 टूरिस्ट गाइड हैं मिनिस्ट्री ऑफ टूरिज्म से अप्रूव्ड

10 हजार कुल गाइड हैं आगरा में

15 हजार से ज्यादा लोगों को होटल इंडस्ट्री से मिलता है रोजगार

40 हजार टूरिस्ट्स रोज आते थे ताज देखने

इंटरनेशनल फ्लाइट्स को 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है। इसके बाद तो गर्मी हो जाती है और ऑफ सीजन आ जाता है। टूरिज्म इंडस्ट्री का ये साल काफी खराब रहा है। अब उम्मीदें जागी थी, लेकिन अब फ्लाइट बंद होने से फिर स्थिति खराब हो गई।

-राकेश चौहान, प्रेसिडेंट, होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन

इंटरनेशनल फ्लाइट्स को 31 मार्च तक बंद कर दिया है। इससे आगरा की टूरिज्म इंडस्ट्री को नुकसान होगा। इस सीजन में विदेशी टूरिस्ट्स आते हैं तो इंडस्ट्री को थोड़ा बूस्ट मिलता, लेकिन फ्लाइट्स अब बंद कर दी गई तो पूरा सीजन खराब हो जाएगा।

-प्रहलाद अग्रवाल, प्रेसिडेंट, टूरिस्ट्स वेलफेयर

Posted By: Inextlive