ट्रेन में सफर करते वक्त इनसे बचकर रहे आप
चेन, चना, पानी और पेठा
यह चार आइट्म्स आपको ट्रेन में जर्नी के वक्त जरूर नजर आ जाते होंगे। खासतौर रेलवे स्टेशन के आउटर पर, जब ट्रेन सिग्नल न मिलने की कंडीशन में वहां खड़ी हो जाती होगी। लेकिन, आपको यह नहीं मालूम होगा कि यह एक 'गेम प्लानÓ है जो आपको क्र'लूटनेक्र' के लिए किया जाता है। इसलिए, इन आइट्म्स की सेल करने वालों से बचकर रहें।
सब होते पहले से सेट
आपको लूटने के इरादे से प्लेटफॉर्म पर आपकी मॉनिटरिंग करने वाले ये शातिर और भी हथकंडे अपनाते हैं। प्लेटफॉर्म से लेकर ट्रेन तक में यह 'खेलÓ सेट होता है। एक यही वजह है कि ट्रेन में चलने वाला जीआरपी, आरपीएफ और टीटीआई स्टाफ इन पर नजर नहीं डालता। यदि नजर पड़ भी जाए तो वह अपना वर्क कर चलता बनता है। पूछे जाने पर एक अवैध वेंडर ने बताया कि काम को अंजाम आउटर पर अधिक दिया जाता है। जब ट्रेन धीमी होती है।
लूट के साथ जहरखुरानी
वेंडर का चोला पहन ट्रेन में खान-पान के अलावा अदर आइट्म्स की सेल करते हैं। कोई रोक-टोक न होने पर वह जहरखुरानी की घटना को आसानी से अंजाम दे डालते हैं। वहीं, पिछले महीने 10 दिन के अंदर रेलवे स्टेशन के आउटर पर आधा दर्जन घटनाएं लूट की हुई हैं। जिसमें पांच लूटेरों को पकड़ा भी गया था। जिन्होंने अपना गुनाह कबूल भी किया था। उसमें यह बात सामने निकल कर आई थी कि वह चेन और चना बेचने के लिए ट्रेन कम्पार्टमेंट में आए थे।
फेस टू फेस
रिपोर्टर और अवैध वेंडर के बीच हुई बातचीत
चेन वाला - बैग की चेन सही करा लो
रिपोर्टर - भाई, कितने रुपये में सही करोगे?
चेन वाला - 20 रुपये में
रिपोर्टर - चलो, ठीक है
रिपोर्टर - यार, तुम लोगों को रेलवे स्टाफ नहीं बोलता
चेन वाला - नहीं
चेन वाला- आरपीएफ, जीआरपी पकड़ती है। वो भी कभी-कभी। फिर पैसा देकर छूट जाते हैं।
रिपोर्टर - जहरखुरानी भी आप जैसे लोगों का काम होता है ना।
चेन वाला - नहीं, हम नहीं करते हैं, यह काम दूसरे करते हैं
रिपोर्टर - कौन?
चेन वाला - जो खाने-पीने का आइटम ट्रेन में सेल करते हैं
रिपोर्टर - ठीक है।
Past History -- एक अप्रैल ज्वेलरी बेचने के बहाने सात लुटेरों ने जनसाधारण एक्सप्रेस मे पैसेंजर से लूटपाट की।
ज्वेलरी की आढ़ में नीलाचंल एक्सप्रेस में भी लुटेरों ने पैसेंजर के साथ लूटपाट की
भोपाल एक्सप्रेस में सीनियर सिटीजन को जहरखुरानी कर दो लाख रुपये लूट लिए।
ठिकाना होता इनका यह
रेलवे स्टेशन का वह प्लेटफार्म जहांं रेलवे स्टाफ कम होता है
रेलवे स्टेशन का आउटर प्वाइंट, जहां ट्रेन धीमे होती है
रूट हैं इनका
आगरा फोर्ट से कुबेरपुर रेलवे स्टेशन के बीच
आगरा फोर्ट से ईदगाह रेलवे स्टेशन के बीच
कैंट रेलवे स्टेशन और राजा की मंडी के बीच
बिल्लोचपुरा रेलवे स्टेशन का आउटर एरिया
दे ध्यान
नेम प्लेट के साथ आई कार्ड वेंडर के गले में देखें
न होने पर इसकी कंप्लेन ट्रेन में चल रहे स्टाफ को दे
अवैध वेंडर्स के पकड़े जाने पर रेलवे एक्ट के तहत कार्रवाई की जाती है। यदि ऐसा कुछ है तो इसकी जांच कराई जाएगी।
भूपिंदर ढिल्लन, पीआरओ, आगरा डिवीजन, कैंट