- यूजीसी की गाइडलाइन में तय हुई विश्वविद्यालय की जवाबदेही

- कालेजों को स्वायत्तता के लिए पूरे करने होंगे मापदंड

आगरा। यूजीसी द्वारा जारी की गई नई गाइडलाइन के बाद अब कालेज की संबद्धता की कुंडली खंगालने की जिम्मेदारी विश्वविद्यालयों को दी गई है। अब कालेजों को भी अकादमिक, प्रशासनिक और वित्तीय स्तर की जानकारी देनी होगी।

इस निर्देश के बाद डा। भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय कालेजों की संबद्धता की पूरी जानकारी जुटा रहा है।

नई शिक्षा नीति के तहत यूजीसी द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार अब विश्वविद्यालयों को संबद्ध कालेजों को अकादमिक, प्रशासनिक, पाठ्यक्रम संबंधी मामलों में न्यूनतम मापदंड, वित्तीय मजबूती, शिक्षण व मूल्यांकन आदि पर तैयार करना है। कालेजों के लिए भी इन मापदंडों का पूरा करना अनिवार्य होगा। यह सभी स्वायत्तता के लिए आवश्यक होंगे, क्योंकि मौजूदा समय में किसी भी कालेज या संस्थान को स्वायत्तता नैक की रैंकिंग के आधार पर ही प्रदान की जाती है।

विश्वविद्यालय मांग चुका है जानकारी

यूजीसी की गाइडलाइन आने से पहले ही विश्वविद्यालय ने संबद्ध कालेजों से पाठ्यक्रम और सीटों का ब्योरा मांग लिया था। विश्वविद्यालय ने कालेजों को इस संबंध में पत्र जारी कर दिया था। कालेजों से पाठ्यक्रम, सीट, संबंधित पाठ्क्रम का शुल्क सहित विभिन्न सूचनाएं मांगी हैं। साथ ही प्रदेश सरकार की ओर से शिक्षक और कर्मचारियों के वेतन एवं सेवा शर्तों के मानक स्थापित करने के लिए विश्वविद्यालय को स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों के लिये एक पोर्टल का तैयार करने के लिए भी निर्देश दिए हैं। इसके लिए भी सूचनाएं मांगी गयी हैं।

Posted By: Inextlive