- 2015 से 2019 तक की 30 हजार से ज्यादा डिग्रियों को दिया अंतिम रूप

- अंकतालिकाओं की गलतियों को भी किया जा रहा दूर

आगरा: डॉ। भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में डिग्री और अंकतालिकाओं के लिए छात्रों को परेशान न होना पड़े, इसके लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। वर्ष 2015 से 2019 तक की 30 हजार से ज्यादा ऐसी डिग्रियों को तैयार कर दिया गया है, जिनके आवेदन ही नहीं किए गए हैं। अब जैसे ही छात्र अपनी डिग्रियों के लिए आवेदन करेंगे, उन्हें डिग्री प्रेषित कर दी जाएगी।

विश्वविद्यालय के छलेसर परिसर में पिछले एक महीने से डिग्रियों को अंतिम रूप देने का काम चल रहा है। पहले चरण में उन डिग्रियों को तैयार किया गया, जिनके आवेदन लंबे समय से विश्वविद्यालयों के विभागों में अटके हुए थे। इनकी संख्या 15 हजार से ज्यादा थी। इन डिग्रियों को तैयार कर डाक से छात्रों के घर भेजने का काम चल रहा है। हर रोज 120 से 150 तक डिग्रियां डाक से भेजी जा रही हैं। दूसरे चरण में ऐसी डिग्रियों को भी तैयार कर दिया गया है, जिनके आवेदन छात्रों ने नहीं किए हैं। यह डिग्रियां भी वर्ष 2015 से 2019 के बीच की हैं। कुलपति प्रो। अशोक मित्तल के निर्देशों पर परीक्षा नियंत्रक डा। राजीव कुमार ने कर्मचारियों की एक टीम तैयार की, जो छलेसर परिसर में डिग्रियों को अंतिम रूप देने का काम कर रही है। इसके साथ-साथ अंकतालिकाओं की गलतियों को भी दूर किया जा रहा है। कुलपति प्रो। अशोक मित्तल ने बताया कि विश्वविद्यालय में डिग्री की समस्या सबसे बड़ी है। इस समस्या को दूर करने लिए निरंतर कदम उठाए जा रहे हैं।

Posted By: Inextlive