कुलपति ने एग्जाम्स में नकल रोकने के लिए दिया अल्टीमेटम

दिशा-निर्देश का पालन नहीं करने की दिशा में कैंसिल होंगे एग्जाम सेंटर

आगरा। यूनिवर्सिटी एग्जाम में नकल रोकने के लिए हाईटेक टेक्नीक का यूज किया जा रहा है। क्वालिटी एग्जाम कराने के लिए कुलपति ने तीन दिन का समय दिया है, जिसमें परीक्षा केन्द्र संचालकों को अपने सेंटर्स को यूनिवर्सिटी के कंट्रोल रूम से अटैच किया जाएगा। कुलपति के इस निर्णय से नकल माफियाओं में खलबली की स्थिति बनी है। डॉ। भीमराव आम्बेडकर यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ। अशोक मित्तल की ओर से मेन एग्जाम में नकल रोकने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में सैटरडे को आधा दर्जन परीक्षा केन्द्रों पर छापामार कार्रवाई की गई और 46 नकलचियों को पकड़ा गया।

कनेक्ट करें सेंटर

कुलपति डॉ। अशोक मित्तल की ओर से 485 परीक्षा केन्द्र संचालकों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इसके तहत होली के तीन दिन के अवकाश में एग्जाम सेंटर्स पर क्लास रूम को इंटरनेट के माध्यम से कंट्रोल रूम से कनेक्ट किया जाए। अव्यवस्थाओं को बेहतर करने के लिए तीन दिन चेतावनी दी गई है।

इंटरनेट नहीं तो निरस्त होंगे सेंटर्स

एग्जाम सेंटर्स पर कंट्रोल रूम से निगरानी रखने का कार्य किया जा रहा है। एग्जाम के दौरान एक पीली शर्ट वाले परीक्षार्थी को गाइड से नकल करते देखा गया। कंट्रोल रूम से पहुंचे फोन के बाद उस पर एक्शन लिया गया। वीसी ने सख्त अंदाज में कहा है कि ऐसे परीक्षा केन्द्र जो तीन दिन के भीतर इंटरनेट से यूनिवर्सिटी की कनेक्टिविटी नहीं करते हैं, उन्हें तीन उन केन्द्रों को रिजेक्ट कर दिया जाएगा।

जीआईसी और एडेड बनेंगे केन्द्र

प्रोफेशर लवकुश मिश्रा ने बताया कि नकल रोकने के लिए सभी आधुनिक उपकरणों का प्रयोग किया जा रहा है। अगर, कोई एग्जाम सेंटर कैंसिल कि या जाता है तो सीएम के अनुसार जीआईसी और एडेड कॉलेजों को एग्जाम सेंटर बनाया जा सकता है, क्योंकि जीआईसी और एडेड कॉलेजों में हाल ही में युपी बोर्ड के एग्जाम हुए हैं, वहां सभी व्यवस्थाएं मानक के अनुसार हैं।

कंप्लेंट नंबर जारी

प्रोफेसर लवकुश मिश्रा ने बताया कि परीक्षा केन्द्रों से रुपए मांगने की शिकायत आ रही है। ऐसे स्टूडेंट्स कंट्रोल रूम की ओर से जारी नंबर 9457688813 पर शिकायत कर सकते हैं। रुपए मांगने की पुष्टि होने पर परीक्षा केन्द्र संचालक पर कार्रवाई की जाएगी।

सीएम योगी आदित्यनाथ की ओर से दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। अगर किसी केन्द्र पर मानक की अनदेखी की जारी है तो उस केन्द्र को रिजेक्ट कर जीआईसी या एडेड कॉलेज में चेंज कर दिया जाएगा।

प्रोफेसर लवकुश मिश्रा, यूनिवर्सिटी

कंट्रोल रूम से निगरानी रखने का कार्य कि या जा रहा है, ऐसे एग्जाम सेंटर जो इंटरनेट से कनेक्ट नहीं हैं, उन्हें तीन दिन का समय दिया गया है। वह अपनी व्यवस्थाओं को बेहतर कर सकते हैं।

डॉ। अशोक मित्तल, कुलपति

Posted By: Inextlive