अधिकतर ठगी की वारदात की जा रही रिश्तेदार बनकर तड़के इमरजेंसी का हवाला देकर खाते में डलबा रहे रुपए

आगरा.ब्यूरो शहर में चोरी, हत्या और लूट की वारदात के साथ साइबर क्राइम का ग्राफ भी बढ़ रहा है। रोजाना साइबर ठग 2 से तीन लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। पीडि़त कंप्लेन के लिए थाने और साइबर सेल के चक्कर लगाते नजर आते हैं, लेकिन बहुत कम घटनाओं में रकम रिकवर की गई है। यह अनसुलझी घटनाएं पुलिस के लिए चैलेंज बन गई है।

रिलेटिव बनकर शातिर कर रहे ठगी
साइबर क्राइम की वारदात को अंजाम देने के लिए शातिर साइबर ठगी के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं, जिले साइबर सेल में सबसे अधिक वारदात रिलेटिव बनकर ठगी की हैं। ऐसे में साइबर ठग सोशल मीडिया पर एक्टिव रहकर उस व्यक्ति के बारे में अधिक से अधिक जानकारी हासिल कर लेते हैं, इसके बाद वारदात को अंजाम देता है।

ठगी का तरीका अपना रहे फ्रॉड
साइबर क्रिमिनल्स अधिकतर मामलों में तड़के उस व्यक्ति को फर्जी पते पर रजिस्टर्ड सिम नंबर से फोन करते हंै, इसके बाद पीडि़त का नजदीकी रिलेटिव बनकर मरीज की गंभीर बीमारी या अन्य कोई समस्या बताकर खाते मेें रुपए डलवाते हैं, ठगी होने के बाद भी पीडि़त को इस बात की भनक नहीं लग पाती है, बाद में पूछताछ करने पर पीडि़त को साइबर ठगी के बारे में पता चलता है।

केस1
जीजा बोल रहा हूं, जल्दी भेजो रुपए
सिकंदरा क्षेत्र की पीएचसी में कार्यरत स्वास्थ्यकर्मी रमेश
चतुर्वेदी गुरुवार को अपने घर सो रहे थे, उसी सुबह करीब सवा आठ बजे एक व्यक्ति का फोन आया जिसको वह पहले से नहीं जानते थे। कॉल करने वाले ने रमेश को उसका जीजा बताया, वहीं अपने बेटे की बीमारी का हवाला देकर दस हजार खाते मेेंं गूगल से सेंड करने को कहा, इससे पहले की रमेश कुछ समझ पाते उन्होंने खाते में रुपए भेज दिए । रमेश ने बहन से बात की तो ठगी की जानकारी मिली।


केस.2
इमरजेंसी में हूं, जल्दी भेजो रुपए
लोहामंडी थाना क्षेत्र के प्रताप नगर में रहने वाले लव अग्रवाल एक कंपनी में कार्यरत हैं। वहीं उनके छोटे भाई कपड़े का कार्य करते हैं। पिछले दिनों लव का छोटा भाई कपड़ों की डीलिंग के लिए सूरत गए थे, इसी एक नंबर से उनको कॉल आया कि वह सूरत में इमरजेंसी में फंस गए हैं, जल्दी से इस नंबर पर रुपए भेज दो, इसके बाद फोन कट गया। लव अग्रवाल ने अपने भाई को समस्या देख तत्काल बताए खाते में रुपए सेंड कर दिए। जब उनकी भाई से बात हुुई तो ठगी का पता चला।


साल 2021 में साइबर ठगी की घटना
-कुल मामले- 262
-सॉल्व हुए -231
-प्रोसेस मेें -31
-रिलेटिव बनकर ठगी के केस-29
- इस वर्ष जनवरी में -16


साइबर ठगी की वारदातों में अचानक तेजी आई है, जिसमें सर्वाधिक घटना रिलेटिव बनकर की गई हैं, वहीं छोटे-छोटे लोन के नाम पर ठगी करने के मामले में भी जांच चल रही है। साइबर क्राइम से जुड़ी अधिकतर वारदातों का खुलासा किया गया है, कुछ मामले प्रोसेस में हैं।
सुल्तान सिंह, प्रभारी साइबर जिला सेल

Posted By: Inextlive