- आए दिन सर्वर हो रहा ठप काम हो रहा बाधित

- 300 लाइसेंस का स्लॉट किया गया है निर्धारित

- लाइन में लगने के बाद भी वापस होना पड़ता है

- परिवहन सारथी-4 सॉफ्टवेयर पर होता है काम

आगरा। आरटीओ में सर्वर की गड़बड़ी ने लाइसेंस की वेटिंग लिस्ट बढ़ा दी है। आवेदकों को एक महीने से भी ज्यादा की वेटिंग मिल रही है। हर रोज सर्वर ठप होने से आवेदकों को घंटों लाइन में इंतजार करने के बाद भी बैरंग वापस लौटना पड़ रहा है। आरटीओ में लाइसेंस के लिए 300 का स्लॉट निर्धारित किया गया है। लेकिन सर्वर ठप होने से निर्धारित स्लॉट का भी काम पूरा नहीं हो पा रहा है। बता दें कि परिवहन सारथी-4 सर्वर आए दिन ठप हो जाता है। देर- सवेर सर्वर शुरु भी जाए, तो स्पीड़ बहुत स्लो होने से घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। मंगलवार को भी लोग लाइन में खड़े इंतजार करते नजर आए।

मिल रही एक महीने की वेटिंग

सर्वर ठप होने से आवेदकों को एक महीने की वेटिंग मिल रही है। इस बारे में एआरटीओ अनिल कुमार ने बताया कि अभी फिलहाल 300 का स्लॉट तय किया गया है। लेकिन हर रोज इससे ज्यादा आवेदन प्राप्त हो रहे हैं। वहीं दूसरी ओर सर्वर डाउन रहने से वेटिंग का ग्राफ बढ़ रहा है। इसमें एक महीने की वेटिंग आवेदकों को दी जा रही है। बता दें कि सर्वर में दिक्कत होने की सूचना चस्पा न होने से काम की उम्मीद में आरटीओ ऑफिस आने वाले आवेदकों को सर्वर डाउन होने पर वापस लौटना पड़ रहा है।

फिटनेस में निभाई जा रही औपचारिकता

आरटीओ में वाहनों की फिटनेस में औपचारिकताएं निभाई जा रही हैं। मंगलवार को दैनिक जागरण-आईनेक्ट की टीम को इसका नजारा देखने को मिला। आरटीओ विभाग का एक व्यक्ति इस औपचारिकता को निभाता नजर आया। इस दौरान एक कौशांम्बी डिपो की दो बसों की फिटनेस कराने एक व्यक्ति आरटीओ ऑफिस पहुंचा। उसके पास दोनों बसों के दस्तावेज थे, लेकिन बस नहीं थी। ऐसे में आरटीओ के कर्मचारी से उस व्यक्ति से सवाल पूछ़ा कि बस नहीं आ पायी है। तो कर्मचारी ने कहा कि कोई बात नहीं है। इस दौरान बिना वाहन चेक किए ही फिटनेस ओके कर दिया। बता दें कि फिटनेस के लिए वाहन की जांच भौतिक निरीक्षण करना जरुरी होता है।

फिटनेस में ये मानक देखे जाते हैं।

- फ‌र्स्ट एड बॉक्स और फायर एक्सटिंग्युशर की दुरुस्त अवस्था

- स्पीड गर्वनर स्पीड मीटर

- बस की बॉडी

- बस का फर्श, बॉडी

- वाहन की वायरिंग

जिले में वाहनों को जारी किए गए परमिटों पर एक नजर

- 613 कुल जारी परमिट आगरा संभाग में

- 323 आगरा में विभिन्न रुटों के लिए जारी किए परमिट

- 2882 स्कूल की बसों के लिए कुल परमिट

- 64 कॉट्रेक्ट कैरेज के लिए जारी परमिट

- 5 वर्ष के लिए परमिट जारी किया जाता है।

दोपहर के बाद लगता है दलालों का जमघट

आरटीओ ऑफिस में दोपहर के बाद दलालों का जमघट लगना शुरु हो जाता है। बाहर लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन कराने आरटीेओ आने वालों को बिना किसी झंझट के काम कराने का भरोसा दिलाते हुए अपने चुगंल में फंसा लेते हैं। इसके बाद दोपहर बाद फाइल लेकर दलाल बाबुओं के पटल की ओर रुख करते हैं। इनके कार्य को प्राथमिकता के आधार पर लिया जाता है। मंगलवार को आरटीओ में ऐसा ही नजारा देखने को मिला।

ये है ड्राइविंग लाइसेंस की अप्लाई करने का तरीका

- ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की वेबसाइट पर जाएं।

द्धह्लह्लश्चह्य://श्चड्डह्मद्ब1ड्डद्धड्डठ्ठ.द्दश्र1.द्बठ्ठ/ह्यड्डह्मड्डह्लद्धद्बह्यद्गह्म1द्बष्द्ग इस वेबसाइट पर क्लिक करें

- वेबसाइट ओपन होने के बाद स्टेट सलेक्शन करें।

- नया पेज खुलने पर लेफ्ट साइड में लìनग लाइसेंस बनवाने का ऑप्शन दिखेगा।

- यहां क्लिक कर फॉर्म को पूरा भरें।

- फॉर्म भरने के बाद स्क्रीन पर एक नंबर दिखेगा। उसे सेव करें।

- इसके बाद अपने दस्तावेज इसमें अड्रेस प्रूफ, आईडी प्रूफ आदि अपलोड करें।

- अपनी फोटो और सिग्नेचर अपलोड करें।

- लाइसेंस के होने वाले टेस्ट के लिए स्लॉब बुक करें।

- स्लॉट बुक करने के बाद आपको निर्धारित फीस का पेमेंट करना होगा।

- मोबाइल पर मैसेज आएगा उसे सेव कर लें।

- इसके बाद आरटीओ ऑफिस जाएं और टेस्ट दें।

- टेस्ट में पास होने पर 24 से 48 घंटे में ऑनलाइन लìनग लाइसेंस प्रिंट कर सकते हैं।

- वैसे इसकी वैधता 6 महीने तक होती है।

- 1 से 6 महीने के बीच इसको दुबारा अप्लाई किया जा सकता है।

ड्राइविंग लाइसेंस की फीस पर एक नजर

पहले लìनग लाइसेंस के लिए 30 रुपये देने होते थे,

- अब लìनग लाइसेंस के लिए 200 रुपये फीस कर दी गई है।

-लìनग लाइसेंस के लिए 200 रुपये में 150 रुपये लìनग लाइसेंस की फीस है 50 रुपये ड्राइविंग लाइसेंस के टेस्ट की फीस है।

- ऐसे में यदि आप टेस्ट में फेल हो गए तो 300 रुपये अतिरिक्त फीस देनी होगी। पहले ये फीस 50 रुपये थे।

सर्वर डाउन से हो कार्य बाधित होता है। लेकिन इसमें हम कुछ नहीं कर सकते हैं। सर्वर लखनऊ से ही ठप होता है। वैसे इसकी सूचना रिपोर्ट शासन में अधिकारियों को भेजी जाती है। सर्वर ठप होने के तुरन्त सूचना दी जाती है। अब एक महीने की वेटिंग दी जा रही है।

अनिल कुमार एआरटीओ आगरा

Posted By: Inextlive