बुधवार को भी शहर की जलापूर्ति प्रभावित रही. सिकंदरा वाटरवक्र्स से सप्लाई होने वाले अधिकांश एरियाज में पानी नहीं पहुंचा. यहां सिर्फ एमबीबीआर प्लांट से यमुना जल की सप्लाई की गई थी. वहीं जीवनी मंडी वाटरवक्र्स से 30 एमएलडी यमुना जल और 75 एमएलडी गंगाजल की आपूर्ति हुई. गुरुवार दोपहर बाद से आगरा को भरपूर गंगाजल मिलेगा.

आगरा (ब्यूरो)। पालड़ा झाल बुलंदशहर से आगरा को हर दिन 350 एमएलडी गंगाजल मिलता है। इसमें 200 एमएलडी जीवनी मंडी वाटरवक्र्स और 150 एमएलडी गंगाजल की सिकंदरा प्लांट में आपूर्ति होती है। 14 नवंबर से पालड़ा झाल से गंगाजल की सप्लाई मिलना प्रभावित हुआ। 350 एमएलडी की अपेक्षा सप्लाई 100 एमएलडी से भी नीचे पहुंच गई थी। बुधवार दोपहर से पालड़ा झाल से गंगाजल सप्लाई सामान्य हो गई। इसके बाद कई दिन से बंद सिकंदरा वाटरवक्र्स स्थित गंगाजल प्लांट को शुरू कर दिया गया।

इन क्षेत्रों में सबसे अधिक रही दिक्कत
सेवला जाट, मधुनगर, अर्जुन नगर, सीता नगर, टेढ़ी बगिया, काङ्क्षलदी विहार, किशोरपुरा, आवास विकास कालोनी सेक्टर एक से चार, 13 से 15 तक, शांति नगर, पटेल नगर, नुनिहाई रोड, मनोहरपुर, बोदला चौराहा के आसपास की कालोनियां, बालूगंज, ताजगंज के पूरे हिस्से में, गढ़ी भदौरिया, बोदला, प्रतापनगर, मानस नगर, चाणक्यपुरी कॉलोनी, गोकुलपुरा, पंचकइुयां, जगदीशपुरा आदि एरियाज में पानी की किल्लत रही।


टैंकरों से भेजा गया पानी
जल संस्थान की टीम ने 12 टैंकरों से आवास विकास, यमुनापार क्षेत्र में पानी की आपूर्ति की। टैंकरों से पानी भरने के लिए लोगों की भीड़ लग गई।

पिछले सात दिन से नहीं सप्लाई
वार्ड 45 स्थित गोकुलपुरा, बलका बस्ती, अहीरपाड़ा, बाड़ा चरन ङ्क्षसह में सप्ताह भर से जलापूर्ति नहीं हो रही है। बुधवार को पार्षद राजेश प्रजापति ने जल संस्थान के महाप्रबंधक आरएस यादव को ज्ञापन सौंपा। पार्षद राजेश ने बताया कि संबंधित क्षेत्रों में पाइप लाइन जर्जर हो चुकी हैं। इससे आए दिन लीकेज हो जाते हैं।

16 स्थलों पर हुए लीकेज
बुधवार को 16 स्थलों पर लीकेज हुए। इसमें प्रमुख रूप से जगदीशपुरा, आवास विकास कॉलोनी सेक्टर एक से दो की तरफ, लोहामंडी रोड, ताजगंज, रामबाग रोड, नुनिहाई शामिल हैं।


जीवनी मंडी वाटरवक्र्स
इसकी क्षमता 225 एमएलडी की है। वर्तमान में वोल्टाज कंपनी द्वारा 90 एमएलडी के प्लांट का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। इसके चलते 135 एमएलडी गंगाजल की आपूर्ति हो रही है। इस प्लांट की खासियत यह है कि अगर गंगाजल नहीं मिलता है तो 100 एमएलडी यमुनाजल की आपूर्ति की जा सकती है। इस प्लांट से यमुनापार, कमलानगर, बल्केश्वर, विजय नगर, सुल्तानगंज की पुलिया, गधापाड़ा, बालूगंज, ताजगंज, नौलक्खा, मधुनगर, सेवला और छावनी परिषद के आठ वार्ड में आपूर्ति होती है।

Posted By: Inextlive