गढ़ी भदौरिया के रहने वाले कपड़ा व्यापारी की चार वर्ष पूर्व संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई थी. पुलिस ने व्यापारी की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए अब पत्नी का नारको टेस्ट कराया है. मामले में वादी का नारको टेस्ट छह महीने पहले हो चुका है.

आगरा(ब्यूरो)। गढ़ी भदौरिया जगदीशपुरा निवासी 38 वर्षीय सेनापति उर्फ बबलू की बोदला पर कपड़ों की दुकान थी। उनकी 15 अप्रैल 2019 में उपचार के दौरान मौत हो गई। सेनापति के भाई प्रीतम ङ्क्षसह ने उनकी पत्नी और ससुराल वालों पर साजिशन हत्या करने का आरोप लगाया। प्रीतम ङ्क्षसह ने न्यायिक आदेश पर 16 नवंबर 2019 में जगदीशपुरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया। इसमें सेनापति की पत्नी सरोज व अन्य ससुरालीजन को नामजद किया था।

मारपीट से बिगड़ा मानसिक संतुलन
दर्ज मुकदमे के अनुसार पीडि़त के भाई सेनापति की शादी सरोज से 2005 में हुई थी। आरोप है कि ससुराल में वह गलत संगत में आकर शराब पीने का आदी हो गया। ससुराल वाले उससे मारपीट करते थे, इससे उसका मानसिक संतुलन बिगड़ गया। शराब पिलाने और मारपीट करने से अप्रैल 2019 में उसकी हालत अत्यधिक खराब हो गई। उपचार के लिए जयपुर अस्पताल लेकर गए, जहां उसकी मौत हो गई।

तीन साल से उलझी मौत की गुत्थी
पुलिस द्वारा तीन वर्ष से विवेचना में मौत की गुत्थी सुलझाने की कोशिश की जा रही है। पीडि़त और आरोपी पक्ष एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे थे। पिछले वर्ष पीडि़त ने अपना और आरोपी का नारको टेस्ट कराने के लिए न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया। पुलिस के अनुसार अक्टूबर 2022 में लखनऊ फोरेंसिक लैब में पीडि़त का नारको टेस्ट कराया जा चुका है। इस वर्ष 20 से 23 मार्च के दौरान व्यापारी की पत्नी सरोज का नारको टेस्ट कराया गया।

एक-दूसरे के खिलाफ दर्ज करा चुके हैं केस
दोनों एक-दूसरे के खिलाफ पूर्व में मुकदमा दर्ज करा चुके हैं। कपड़ा व्यापारी सेनापति ने वर्ष 2018 में अपनी पत्नी और ससुरालीजन के खिलाफ मारपीट के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था। वहीं, व्यापारी की पत्नी ने भी पति व अन्य के खिलाफ मारपीट व उत्पीडऩ का मुकदमा दर्ज कराया था।


व्यापारी की पत्नी का नारको टेस्ट कराया गया है। फोरेंसिक लैब की रिपोर्ट आने का वेट किया जा रहा है। इसके आधार पर विवेचना में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
देवेंद्र शंकर पांडेय, प्रभारी निरीक्षक, जगदीशपुरा

Posted By: Inextlive