-रात 8 बजे वन विभाग और वाइल्ड लाइफ एसओएस की टीम तेंदुए को लेकर हुई रवाना

-गुरुवार सुबह शिवालिक की पहाडि़यों में किया जाएगा रिलीज, 24 घंटे में खाया तीन किग्रा मीट

आगरा : मंगलवार को एत्मादुद्दौला के सीतानगर इलाके से रेस्क्यू किए गए तेंदुए को शिवालिक रेंज में रिलीज कर दिया गया है। बुधवार रात करीब 8 बजे वन विभाग और वाइल्ड लाइफ एसओएस की एक टीम तेंदुए को लेकर सहारनपुर की ओर रवाना हुई है। मंगलवार से बुधवार तक तेंदुए को लगभग दो बार में 3 किलोग्राम मीट खाने को दिया गया। तेंदुआ पूरी तरह से स्वस्थ है।

शिवालिक के लिए हुआ रवाना

मंगलवार को आगरा के एत्माद्दौला क्षेत्र के सीता नगर में सुमित सोलंकी के घर के एक कमरे से तेंदुआ मिलने से हडकंप मच गया था। वाइल्डलाइफ एसओएस के श्रेष्ठ पचौरी ने बताया कि करीब 4 घंटे की मशक्कत के बाद एक गोदाम में बंद तेंदुए को रेस्क्यू कर लिया गया। रेस्क्यू करने के बाद तेंदुए को कीठम स्थित ट्रांजिट सेंटर में करीब 24 घंटे डॉक्टर्स की टीम के आब्जर्वेशन रखा गया है। वाइल्ड लाइफ एसओएस के पशु चिकित्सा सेवाओं के उप निदेशक डॉ। इलियाराजा की ओर से तेंदुए को स्वस्थ घोषित करने के बाद बुधवार उसे रिलीज करने की प्रक्रिया को पूर्ण कर लिया गया।

दो बार दिया गया मील

मेल तेंदुए को मंगलवार को डेढ़ किलोग्राम मीट खाने को दिया गया था। जबकि बुधवार को दिन में डेढ़ किग्रा मीट दिया गया। डॉक्टर्स के मुताबिक लंबा रास्ता तय करके तेंदुए को शिवालिक रेंज तक पहुंचाया जाएगा। इसके चलते उसे कम मात्रा में मीट दिया गया है।

तेंदुआ कहां से आया?

आगरा के आसपास चंबल और भरतपुर के जंगलों में तेंदुए हैं। पर यह तेंदुआ कहां से आया? इस पर अभी आधिकारिक तौर पर किसी को जानकारी नहीं है। विभागीय सूत्रों के अनुसार यह तेंदुआ रणथंभौर से भी आ सकता है, क्योंकि तेंदुआ एक दिन में कई किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है। जंगली जानवर नदी में पानी पीते हैं और नदी के किनारे-किनारे चलते हुए आबादी वाले क्षेत्रों में पहुंच जाते हैं।

नहीं है कोई परिवार

तेंदुए का परिवार होने की संभावना थी, जिसे बाद में नकार दिया गया। जानकारों के मुताबिक अगर तेंदुए का परिवार होता तो वो भटक कर शहर में नहीं आता। तेंदुआ अपने क्षेत्र में रहता है, क्षेत्र से बाहर आते ही उसके भटकने के आसार ज्यादा होते हैं।

बंदर भी खाते हैं तेंदुए

तेंदुआ देसी श्वान, बंदर, बकरी, मुर्गी, खरगोश आदि खाते हैं। माना जा रहा है कि इस तेंदुए ने भी देसी श्वानों, मुर्गियों और बंदरों का शिकार किया होगा।

करीब 24 घंटे के मेडिकल आब्जर्वेशन के बाद मेडिकल टीम ने तेंदुए को स्वस्थ घोषित किया है। इसके बाद वन विभाग की ओर से तेंदुए को रिलीज करने की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई। रात करीब 8 बजे कीठम स्थित ट्रांजिट सेंटर से तेंदुए को शिवालिक रेंज के लिए रवाना कर दिया गया।

-श्रेष्ठ पचौरी, प्रवक्ता, वाइल्ड लाइफ एसओएस

Posted By: Inextlive