आगरा. ब्यूरो शहरवासियों को जल्द ही मेट्रो में सफर करने की सौगात मिल सकती है. प्रायोरिटी कॉरिडोर के ऐलिवेटिड सेक्शन पर कार्य कंप्लीट हो चुका है. अंडरग्राउंड सेक्शन में टीबीएम का कार्य आखिरी चरण में है. उम्मीद जताई जा रही है कि फरवरी से लोग मेट्रो में सफर कर सकेंगे.

ये है प्रायोरिटी कॉरिडोर
आगरा में मेट्रो के दो कॉरिडोर हैं। इनमें कॉरिडोर आगरा कैंट से कालिंदी विहार, दूसरा कॉरिडोर ताज ईस्ट गेट स्टेशन से सिकंदरा तक है। मेट्रो के दोनों कॉरिडोर की कुल लंबाई 30 किमी है। इनमें ताज ईस्ट गेट स्टेशन से शुरू होने वाले कॉरिडोर के करीब छह किमी के ट्रैक को प्रायोरिटी कॉरिडोर में शामिल किया गया है। इसमें छह स्टेशन शामिल हैं। ताज ईस्ट गेट स्टेशन के साथ बसई, फतेहाबाद रोड हैं। ये स्टेशंस ऐलिवेटिड हैं। इनका निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। प्रायोरिटी कॉरिडोर के तीन अन्य स्टेशंस ताजमहल, आगरा फोर्ट, जामा मस्जिद हैं। ये तीनों स्टेशंस अंडरग्राउंड हैं। इनके लिए अंडरग्राउंड ट्रैक तैयार करने का कार्य अंतिम चरण में है। अंडरग्राउंड सेक्शन में पटरी बिछाने का कार्य भी शुरू हो चुका है। अंडरग्राउंड सेक्शन में एक टीबीएम की कुछ रिंग्स ही रह गईं हैं, जिनका अगले एक से दो दिन में पूरा होने की उम्मीद है।

लास्ट फेज में अंडरग्राउंड का कार्य
मेट्रो अधिकारियों की मानें तो अंडरग्राउंड सेक्शन का कार्य जनवरी के मिड या लास्ट तक कंप्लीट कर लिया जाएगा। इसके बाद एलिवेटिड की तरह ही अंडरग्राउंड सेक्शन में भी मेट्रो का ट्रायल शुरू होगा। एलीवेटिड ट्रैक पर पहले से ही हाई स्पीड ट्रायल जारी हैं। अंडरग्राउंड ट्रैक में भी ट्रायल होने के बाद इस प्रायोरिटी कॉरिडोर को शुरू किया जाएगा। प्रायोरिटी कॉरिडोर को शुरू करने का टारगेट अगस्त, 2024 शामिल था। लेकिन, जिस तेज गति से मेट्रो का कार्य चल रहा है उससे टारगेट के निर्धारित समय से छह महीने पहले ही इसके शुरू होने की उम्मीद है। फरवरी के लास्ट या फिर मार्च के फस्र्ट वीक से प्रायोरिटी कॉरिडोर पर मेट्रो का संचालन शुरू हो सकता है।
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आगरा मेट्रो ट्रेन की विशेषताएं

- सभी मेट्रो ट्रेन रीजेनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम से लैस हैं। इससे 35 प्रतिशत तक ऊर्जा की बचत होगी.
- ट्रेनों में कार्बन डाइऑक्साइड आधारित सेंसर भी लगे हैं जो ऊर्जा की बचत करते हैं।
- ट्रेनों का प्रबंधन और संचालन विश्व स्तरीय आगरा मेट्रो डिपो से किया जाएगा।
- स्वचालित सीबीटीसी मोड (कम्युनिकेशन बेस्ड ट्रेन कंट्रोल) से संचालित किया जाएगा, जिससे ट्रेन संचालन बिल्कुल सुरक्षित हो जाएगा.


आगरा मेट्रो का कार्य तेजी से चल रहा है। निर्धारित समय से पूर्व ही आगरावासी मेट्रो में सफर कर सकेंगे।
पंचानन मिश्रा, डीजीएम, पब्लिक रिलेशंस, यूपीएमआरसी

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प्रायोरिटी कॉरिडोर

अंडरग्राउंड स्टेशन
- जामा मस्जिद
- आगरा फोर्ट
- ताजमहल

ऐलिवेटिड स्टेशन
- फतेहाबाद रोड
- बसई
- ताज ईस्ट गेट

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अन्य अंडरग्राउंड स्टेशन
- आगरा कॉलेज
- एसएन मेडिकल कॉलेज
- राजा की मंडी
- आरबीएस कॉलेज


मेट्रो पर एक नजर
लंबाई
29.4 किमी

कॉरिडोर
दो

स्टेशंस
27

डिपो
पीएसी परिसर


आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट एक नजर में
- 8262 करोड़ रुपए मेट्रो की कुल लागत
- 112 करोड़ रुपए से मेट्रो का पहला डिपो बन रहा है.
- 372 करोड़ रुपऐ से मेट्रो के तीन स्टेशन ताज पूर्वी गेट, बसई और फतेहाबाद रोड बन रहे हैं
- 1850 करोड़ रुपए से मेट्रो के सात भूमिगत स्टेशनों का निर्माण होगा
- 30 किमी करीब लंबा मेट्रो ट्रैक होगा
- 14 किमी सिकंदरा तिराहा से ताज पूर्वी गेट तक पहले कॉरिडोर की लंबाई
- 16 किमी आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से कालिंदी विहार तक दूसरे कॉरिडोर की लंबाई
- 22.5 किमी लंबा एलीवेटेड ट्रैक होगा
- 7.5 किमी लंबा भूमिगत ट्रैक होगा
- 27 टोटल मेट्रो ट्रैक पर स्टेशन
- 20 एलीवेटेड
- 7 अंडरग्राउंड स्टेशन
- 2 मिनट में एक किमी का सफर तय करेगी मेट्रो

Posted By: Inextlive