- जिले में बड़े पैमाने पर तैयार की जा रही जहरीली कच्ची शराब

- त्यौहार के समय ही चलाया जाता है अभियान

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आगरा। होली का त्योहार नजदीक आते ही शराब माफिया भी एक्टिव हो जाते हैं। जहरीली शराब की तस्करी तेजी से होने लगती है। एक बार फिर होली का त्योहार आने वाला है और इससे पहले ही जिले में शराब माफियाओं ने अपना नेटवर्क फैलाना शुरू कर दिया है। बीती रात शमसाबाद क्षेत्र में पुलिस ने एक स्कूल में तैयार हो रही जहरीली शराब के ठिकाने का भंडाफोड़ तो कर दिया, लेकिन न तो आबकारी विभाग और न ही पुलिस अभी तक शराब माफियाओं का नेटवर्क तोड़ पाए हैं। पिछले कुछ सालों में जहरीली शराब पीने से कई लोगों ने अपनी जिंदगी खो दी। शहर में अवैध शराब के कारोबार की तफ्तीश करती एक रिपोर्ट

ये हैं ठिकाने

जिले में अवैध तस्करी के ठिकानों में ग्वालियर हाइवे से सटे गांव भाहई, हकीमपुरा, सलेमाबाद, कुठावली, सैंया का लहचोरा, फतेहाबाद का निबोहरा, डौकी, फतेहपुरसीकरी, कोरई, शमसाबाद, बीकापुर, गुतिला, इरादतनगर, बाह का विष्णुपुरा, मोगर्रा, दूरा, इसौली, गढ़ी खांडेराव, गढ़ी जहान सिंह समेत कई स्थान शामिल हैं। यहां पर जहरीली शराब बनाने और तस्करी का काम बड़े पैमाने पर होता है। बताया जाता है कि इसमें विभागीय अधिकारी से लेकर पुलिस की सरपरस्ती रहती है।

हाइवे के ढाबों पर होती है सप्लाई

जिले में हाइवे किनारे स्थित ढाबों और रेस्टोरेंट्स में धड़ल्ले से तस्करी की शराब परोसी जाती है। इस बात की जानकारी इलाका पुलिस को भी होती है। सूत्रों की मानें तो पुलिसकर्मी भी ऐसे ढाबों पर मुफ्त में खाना खाते हैं, जिसके कारण उनकी सरपरस्ती में तस्करी की शराब सप्लाई की जाती है। इनमें ग्वालियर हाइवे, आगरा-जयपुर हाइवे, आगरा-दिल्ली हाइवे से सटे ढाबों और रेस्टारेंट में इनकी सप्लाई होती है।

कार्रवाई केवल कुछ टाइम की

आबकारी और पुलिस की ओर से शराब तस्करी और जहरीली शराब पर कार्रवाई तो होती है लेकिन ये कार्रवाई अधिकतर उसी समय होती है जब मामले सामने आते हैं। विभाग की यह कार्रवाई भी कुछ समय तक ही रहती है। इसके कारण शराब तस्करों के हौसलें बुलंद हैं और वह लगातार अपना नेटवर्क फैला रहे हैं।

दर्जनों लोगों की हो चुकी है मौत

जिले में जहरीली शराब पीने से अब तक दर्जनों लोगों की मौत हो चुकी हैं। इसमें पिछले कुछ सालों में शमसाबाद के गांव इसौली में एक व्यक्ति की मौत हो गई। गढ़ी खांडेराव में जहरीली शराब पीने से दो लोगों ने अपनी जिंदगी खो दी। वहीं पिछले साल खंदौली में भी जहरीली शराब पीने से पांच लोगों की मौत हो गई थी। वर्ष 2013 में एत्माद्दौला के सुशील नगर में जहरीली शराब पीने से दो लोगों की मौत हो गई थी।

वर्जन

जिले में अवैध शराब की तस्करी को पकड़ने के लिए समय-समय पर अभियान चलाया जाता है। अभी तक कई मामले पकड़े गए हैं। कच्ची शराब बनाने के मामले में तस्करों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जेल भेजे गए है। कार्रवाई लगातार जारी है।

नीरेश पालिया जिला आबकारी अधिकारी

जिले में अवैध शराब की तस्करी और जहरीली शराब के मामलों पर एक नजर

8 मई 2016 को जगदीशपुरा थाने में बड़े पैमाने पर जमा तस्करी की शराब को नष्ट किया गया। इसमें 3069 देशी शराब की बातलें व 7102 अंग्रेजी शराब की बोतलें थीं। पिछले कुछ वर्षो में पुलिस ने 113 शराब तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

8 जून 2016 को छत्ता पुलिस ने 410 पेटी शराब पकड़ी। शातिरों ने किराए पर गोदाम बना रखा था।

9 जवनरी 2017 को जगदीशपुरा में शराब पकड़ी

13 जनवरी 2017 को खंदौली में व्यापक पैमाने पर शराब पकड़ी गई।

15 जनवरी 2017 को न्यू आगरा में शराब पकड़ी

1फरवरी 2017 को सिंकदरा में शराब पकड़ी गई।

7 फरवरी 2017 को ताजगंज व एत्माद्दौला में शराब पकड़ी गई।

29 मार्च 2018 को सदर में पुलिस 415 बोतल, 78 क्वार्टर सहित सेना के होलोग्राम भी पकड़े

23 सितम्बर 2019 को न्यू आगरा पुलिस ने एम्बूलेंस से अवैध तस्करी की शराब पकड़ी

10 फरवरी 2019 में अछनेरा पुलिस ने गांव मोगर्रा सिगारपुर में एक हजार ली। कच्ची लहन और शराब बरामद की।

अवैध शराब पर ये हुई कार्रवाई

फरवरी 2020

- अवैध शराब निकालने में तीन मामले दर्ज किए गए, जिसमें कुल 33 बल्क ली। शराब बरामद की गई।

- शराब की तस्करी के 14 मामले पकड़े गए, जिसमें कुल 168 बल्क ली। शराब बरामद की गई।

अप्रैल 2019 से फरवरी 2020 तक

- अवैध शराब निकालने के 45 मामले दर्ज किए गए, जिसमें कुल 708 बल्क ली। शराब बरामद हुई।

174 मामले अवैध तस्करी के पकड़े गए, जिसमें कुल 5379 बल्क ली। शराब बरामद की गई।

कुल 28 इंटरस्टेट तस्करी के मामले पकड़े गए, जिसमें कुल 47952 बल्क ली। शराब बरामद की गई।

पिछले वर्ष ये हुई कार्रवाई

कुल 26 मामले अवैध शराब निकालने के दर्ज किए गए, जिसमें कुल 383 बल्क ली। शराब बरामद की गई।

कुल 128 मामले दर्ज किए गए जिले में अवैध तस्करी के, जिसमें कुल 1520 बल्क ली। शराब बरामद की गई।

कुल 58 मामले दर्ज किए गए इंटरस्टेट अवैध तस्करी के, जिसमें कुल 14165 बल्क ली। तस्करी की शराब बरामद की गई।

Posted By: Inextlive