आगरा: वाणिज्य कर विभाग की सचल दल इकाई ने ग्रेटर नोएडा एस्टेट हाइवे पर सरसों का तेल ले जा रहे टैंकर की जांच की, तो वह ई-वे बिल नहीं दिखा पाया। उसमें करीब 32 लाख का माल था, लिहाजा जांच के बाद विभाग ने तीन लाख का टैक्स वसूला है। वहीं संबंधित फर्मों की इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) की जांच की जा रही है।

सरसों का तेल ले जा रहे टैंकर को वाणिज्य कर विभाग की सचल दल इकाई ने सुबह छह बजे पकड़ा। तो चालक उस समय ई-वे बिल नहीं दिखा सका। गाड़ी रोकने के 41 मिनट बाद खेरागढ़ के नगला कमला रोड स्थित फर्म बाबा आयल ट्रेडर्स ने ई-वे बिल जारी किया, जो गुलावटी, की रंग तरंग उद्योग लि। को जा रही थी। ड्राइवर इस पर जवाब नहीं दे सका, लिहाजा विभाग ने माल पर तीन लाख की टैक्स रिकवरी की। वहीं दोनों फर्मों की गलत मंशा देखते हुए जांच के निर्देश दिए हैं।

आइटीसी पर संदेह :

मामला संज्ञान में आने के बाद विभागीय टीम खेरागढ़ स्थित फर्म पर भी पहुंचीं, लेकिन वहां स्टाक और काजगों में कोई खामी नहीं मिली। लेकिन उसके खाते में करीब दो लाख उनसठ हजार की आइटीसी थी। निल स्टाक के बावजूद इतनी आइटीसी देख विभाग का माथा ठनका और आइटीसी जब्त कर ली है। बाकी सुनवाई में फैसला होगा। कार्रवाई वाणिज्य कर विभाग के एडीशनल कमिश्नर ग्रेड वन राकेश कुमार श्रीवास्तव व अपर कमिश्नर ग्रेड टू डीके सिंह के निर्देशन में की गई।

Posted By: Inextlive