- देर रात तक अपने प्रयास से तीमारदारों ने मरीजों को निजी अस्पतालों में कराया भर्ती

- हॉस्पिटल सील होने की सूचना से ही बिलखने लगे तीमारदार

आगरा। श्री पारस हॉस्पिटल के सील होने की जानकारी से ही तीमारदारों के होश उड़ गए। वे रोने-बिलखने लगे। सबसे ज्यादा परेशानी गंभीर मरीजों को शिफ्ट करने में हुई। मंगलवार देर रात एक तीमारदार की मां की तबीयत बिगड़ गई, एक अन्य मरीज को वेंटीलेटर सपोर्ट पर निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

10 मरीज आईसीयू में थे

श्री पारस हास्पिटल में 55 मरीज भर्ती थे। इनमें से 10 आईसीयू में थे। वार्ड में भर्ती मरीज डिस्चार्ज होकर चले गए। कुछ को हॉस्पिटल प्रशासन ने अपनी पहचान के हास्पिटलों में भर्ती करा दिया। मगर, सबसे ज्यादा परेशानी गंभीर मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करने में हुई। यहां वेंटीलेटर सपोर्ट पर भर्ती मरीज संकल्पदीप के परिजन परेशान थे। प्राइवेट हॉस्पिटल में वेंटीलेटर के लिए संपर्क किया। रात में एंबुलेंस से वेंटीलेटर सपोर्ट पर सिकंदरा के निजी अस्पताल में मरीज को भर्ती कराया। इटावा निवासी मोनू ने बताया कि उनकी मां का तीन दिन से श्री पारस हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। सांस लेने में परेशानी होने पर कोरोना की जांच कराई गई। रात 11 बजे स्वास्थ्य विभाग की एंबुलेंस पहुंचने पर दूसरे हॉस्पिटल में शिफ्ट कराया गया। इस दौरान तबीयत बिगड़ गई।

हाई फ्लो पर मरीज, भटकते रहे परिजन

राकेश वर्मा निवासी एटा हाईफ्लो ऑक्सीजन पर थे, उन्हें दूसरे अस्पताल में भर्ती कराने के लिए परिजन भटकते रहे। उन्हें हॉस्पिटल की जानकारी नहीं थी। कोई बताने वाला नहीं था। एंबुलेंस से प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया। इटावा निवासी उदित यादव ने बताया कि मौसी आईसीयू में थीं, कहां ले जाएं, इसे लेकर परेशान रहे। निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया है।

Posted By: Inextlive