आगरा में खतरा बनने लगी यमुना
यमुना में 22 अगस्त को पहुंचेगा आठ लाख क्यूसेक पानी
लो फ्लड लेवल का खतरा बढ़ा, लगातार बढ़ रहा वाटर लेवल - प्रशासनिक तैयारियां शुरू, 12 बाढ़ चौकिंया स्थापित - कंट्रोल रूम भी बनाया, यमुना से सटे इलाकों में हलचल शुरू आगरा। ताजनगरी में यमुना खतरा बनने को तैयार है। ताजे वाला बैराज से यमुना में आठ लाख 28 हजार क्यूसेक वाटर रिलीज किया गया है, जो यमुना में अगले 24 घंटे के अंदर यहां पहुंच जाएगा। इसके पहुंचने से यमुना के वाटर लेवल में इजाफा की संभावना जताई जा रही है। फ्लड कंट्रोल रूम की जानकारी के अनुसार वाटर लेवल बढ़ने से यमुना का वाटर लेवल लो-फ्लड जोन तक पहुंच सकता है। लगातार बढ़ रहा वाटर लेवलताजेवाला बैराज से संडे को 8 लाख 28 हजार क्यूसेक पानी रिलीज किया गया है। मंगलवार शाम छह बजे तक ओखला बैराज से यमुना में एक लाख 17 हजार 912 क्यूसेक वाटर रिलीज किया गया। वहीं गोकुल बैराज से 17,691 क्यूसेक पानी रिलीज किया गया है। इसके चलते यमुना के वाटर लेवल में लगातार इजाफा हो रहा है। रविवार सुबह तक वाटर लेवल 486.01 फीट था, जो शाम 6 बजे तक 486.06 फीट पर पहुंच गया।
12 बाढ़ चौकियां बनाई गईयमुना में लो फ्लड लेवल की स्थिति को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस बारे में सिंचाई विभाग के एक्सईएन अवधेश शर्मा ने बताया कि 12 बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं। इसमें लेखपाल, ग्राम विकास अधिकारी, एएनएम, बीईओ आदि को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि बढ़ते हुए जल स्तर पर नजर रखी जा रही है। कंट्रोल रूम बनाया गया है। इसका नंबर 0562-2463714 है।
ये स्थान हैं संवेदनशील कछपुरा, गढ़ी चांदनी, पोइया घाट, नराचय व टेड़ी बगिया पर यमुना से सटे इलाके राजश्री गार्डन, राधा बाग, अदनबाग, राहुल ग्रीन, नगला बघेल, नगला तलफी, ख्वासपुरा, बहादुरपुर, सिकंदरपुर, कैलाश मन्दिर, बल्केश्वर, तनौरस, नूरपुर, करभना, समोगर आदि क्षेत्र संवेदिनशील हैं। यहां पर चौकियां बनाई गई हैं। यमुना के फ्लड लेवल पर एक नजर लो-फ्लड लेवल 495 फुट मीडियम फ्लड लेवल 499 फुट हाई फ्लड लेवल 509 फुट रविवार को यमुना का वाटर लेवल टाइम वाटर लेवल की स्थिति सुबह 6 बजे 486.01 फीट सुबह 10 बजे 486.03 फीटदोपहर 3 बजे 486.05 फीट
शाम 5 बजे 486.06 फीट --------------------------------- यमुना में वाटर डिस्चार्ज की स्थिति बैराज का नाम वाटर डिस्चार्ज क्यूसेक में ताजे वाला बैराज 8 लाख 28 हजार क्यूसेक ओखला बैराज 92,824 क्यूसेक हिन्डोन बैराज 2380 क्यूसेक गोकुल बैराज 17691 क्यूसेक यमुना में लगातार पानी बढ़ रहा है। पहले बंजारा के डेरा व यमुना से सटी कॉलोनियों में पानी भर गया था। अब भी पानी बढ़ने का खतरा बढ़ रहा है। नदी पार जाने के लिए नाव से 10 रुपये लगते हैं। पानी बढ़ने पर नाव बंद कर दी जाती है। रूप सिंहमैं पिछले 9 वर्ष से नाव चला रहा हूं, रोज 400-500 रुपये मिल जाते हैं। जैसे ही पानी बढ़ता है, हम नाव चलाना बंद कर देते हैं। पिछली वर्ष अधिकारी आए थे, उन्होंने डूब क्षेत्र में मुड्डियां लगा दीं थी, उन पर लाल निशान लगाकर डूब क्षेत्र बताया था। अभी भी कई कॉलोनियां डूब क्षेत्र में बन रही हैं।
हरिओम सिंह पहले भी बहुत पानी आ गया था। कॉलोनियों की दीवार से जा टकराया था। पानी बढ़ने से यहां पर कई लोग डूब गए थे। सोनू कुमार यमुना में पानी बढ़ता है तो दयालबाग के जीवन ज्योति, बसेरा, राधा बल्लभ तक पानी आ जाता है। पानी बढ़ते ही पुलिस आ जाती है। किसी को आगे नहीं जाने देती है। कमल कुमार जितने भी फॉर्म हाउस बने हुए हैं, वे सभी डूब क्षेत्र में हैं। पहले महिला अधिकारी पुलिस के साथ आयीं थी, इनको तोड़ गई थीं। कुछ लोगों के तोड़ने से रह गए थे। पानी हमारे गांव तक आ जाता है। गत वर्ष भी गांव में पानी आ गया था। मनोज कुमार जब भी पानी बढ़ता है तो एसपीटी में भी पानी भर जाता है। ये जो झोपडि़यां दिख रही हैं, वे सब डूब जाती हैं। अब भी पानी लगातार बढ़ रहा है। सत्यभान सिंह