सिविल इंजीनियरिंग ब्रांच से बीटेक कम्प्लीट करने वाले अक्षत जैन एमएनएनआईटी के स्टूडेंट ऑफ द इयर सम्मान के हकदार बने हैं. मंगलवार को आनलाइन आयोजित होने जा रहे कन्वोकेशन में उन्हें सर्वश्रेष्ठ छात्र के रूप में समग्र संस्थान स्वर्ण पदक से सम्मानित किया जाएगा. इस अवसर पर उन्हें कुल पांच स्वर्ण पदक दिये जाएंगे. यह जानकारी सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एमएनएनआईटी के डायरेक्टर राजीव त्रिपाठी ने दी. उन्होंने बताया कि वर्षवार स्वर्ण पदक की श्रेणी में बीटेक तृतीय वर्ष के आर्यन मित्तल सीएसई बीटेक द्वितीय वर्ष के शुभम दीक्षित सीएसई और बीटेक प्रथम वर्ष की अमीषा सिन्हा ईसीई को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया जाएगा.

प्रयागराज (ब्यूरो)। मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) का 18वां कन्वोकेशन 18 जनवरी को सुबह 10 बजे आयोजित किया जायेगा। वर्चुअल मोड में होने जा रहे प्रोग्राम के चीफ गेस्ट केन्द्रिय शिक्षा राज्य मंत्री डॉ। सुभाष सरकार होंगे। प्रशासकीय परिषद के अध्यक्ष एवं संस्थान के डायरेक्टर प्रो। राजीव त्रिपाठी, डीन (शैक्षणिक) प्रो। आरके सिंह, सीनेट सदस्य और कुलसचिव डॉ सर्वेश तिवारी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे। श्री त्रिपाटी ने बताया कि संस्थान के फाइनल इयर के छात्रों ने आकर्षक प्लेसमेंट ऑफर हासिल करके वर्तमान महामारी के समय में भी अपनी जगह बनाई है। 67 फीसदी से अधिक बीटेक छात्र, 57 फीसदी एमसीए छात्र, और 19 फीसदी एमटेक छात्रों को अब तक 158 से अधिक कंपनियों द्वारा प्लेसमेंट ऑफर किया गया है। संस्थान ने भौतिक बुनियादी ढांचे के साथ-साथ बौद्धिक आदानों के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करके संस्थान के समग्र शैक्षणिक प्रदर्शन में सुधार के लिए कई पहल की है।
इनोवेशन पर टॉप टेन में बनाया स्थान
श्री त्रिपाठी ने कहा कि संस्थान ने इनोवेशन एचीवमेंट्स परअटल रैंकिंग के शीर्ष दस में अपना स्थान हासिल किया है। इसके अलावा, संस्थानों की इनोवेशन काउंसिल, ने एमएनएनआईटी इलाहाबाद को शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल (एमआईसी) और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) द्वारा फोर स्टार रेटिंग से सम्मानित किया गया था। यह किसी भी संस्थान/यूनिवर्सिटी को प्रदान की जाने वाली सर्वश्रेष्ठ रेटिंग है।
फेकेलिटी मेम्बर्स की भी रैंकिंग हाई
संस्थान के कई संकाय सदस्यों ने प्रतिष्ठित स्टैनफोर्ड की अग्रणी शोधकर्ताओं की सूची में अपना नाम हासिल करके संस्थान का नाम रौशन किया है। संस्थान यह साझा करने के लिए उत्साहित है कि इसके अनुसंधान प्रतिमान को सर्वोत्तम अनुसंधान और नवाचार प्रथाओं के ऊष्मायन के कारण दो पेटेंट प्रदान करने के साथ बढ़ाया गया था। संस्थान ने अपने शैक्षणिक खंड और कार्यकारी विकास केंद्र में लिफ्टों को स्थापित करके परिसर को अनुकूल बनाने में अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है। बीटेक 1996 बैच द्वारा प्रायोजित एक कैफेटेरिया 1996 का उद्घाटन हो चुका है।
ग्रीन कैंपस का अॅवार्ड मिल चुका
पर्यावरण के प्रति संकाय और कर्मचारियों के समर्पण के साथ संस्थान को जिला ग्रीन चैंपियन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। संस्थान को 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में स्वर्णिम विजय मशाल की मेजबानी करने के लिए सम्मानित किया गया था। अकादमिक और उद्योग के तालमेल की क्षमता को टैप और चैनलाइज करने के लिए, संस्थान ने मेजा ऊर्जा निगम प्राइवेट लिमिटेड (एनटीपीसी और उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (यूपीआरवीयूएनएल) का एक संयुक्त उद्यम), वायटन फार्मास्युटिकल्स, एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड, प्रयागराज पावर जनरेशन कंपनी लिमिटेड (पीपीजीसीएल) और आईटीआई लिमिटेड और जैसे कई प्रमुख संस्थानों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।

1464
डिग्रियां वितरित की जाएंगी छात्रों को
860
छात्र बीटेक के होंगे डिग्री पाने वाले
367
छात्र एमटेक के होंगे डिग्री पाने वाले
85
छात्र एमसीए स्ट्रीम के होंगे
35
छात्रों ने कम्प्लीट किया है एमबीए
18
छात्र एमएससी कम्प्लीट कर चुके हैं
99
पीएचडी स्कॉलर रिसीव करेंगे डिग्री
61
विदेशी छात्र भी अपनी डिग्री प्राप्त करेंगे

किस स्ट्रीम के कितने को गोल्ड
32
गोल्ड मेडल पीजी कोर्सेज के छात्रों को
13
गोल्ड मेडल यूजी कोर्सेज के छात्रों को
12
गोल्ड मेल स्पांसर्ड कैटेगिरी में बांटे जाएंगे

अंतर शैक्षणिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए संस्थान ने भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद, और राजीव गांधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान, रायबरेली के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसका उद्देश्य अकादमिक उत्कृष्टता और संकाय और छात्रों के समग्र विकास को बढ़ावा देना है।
प्रो। राजीव त्रिपाठी
डायरेक्टर, एमएनएनआईटी, प्रयागराज

अक्षत जैन
मूलत: कानपुर के पी रोड के रहने वाले हैं। पिता राजेश जैन बिजनेसमैन और मां रेनू जैन गृहिणी हैं। अक्षत वर्तमान में मध्यप्रदेश में एक मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत हैं। वह नामी इंजीनियर बनना चाहते हैं।

आर्यन मित्तल
मेरठ के गांधीनगर के रहने वाले हैं। पिता दीपक मित्तल बिजनेसमैन और मां बबिता मित्तल गृहिणी हैं। मई में वह एक साफ्टवेयर कंपनी से जुड़कर काम शुरू करेंगे।

शुभम दीक्षित
कानपुर के डिप्टी पड़ाव के रहने वाले शुभम के पिता सुनील दीक्षित बिजनेसमैन और मां नीलम दीक्षित गृहिणी हैं। शुभम अभी पढ़ाई कर रहे हैं। भविष्य में वह इंजीनियर बनना चाहते हैं।

अमीषा सिन्हा
मुम्बई के बोरीवली की रहने वाली हैं। पिता मनोज सिन्हा बैंक में कार्यरत हैं और मां अनीता सिन्हा गृहिणी हैं। अमीषा फिलहाल बड़ा साफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहती हैं।

Posted By: Inextlive