दशहरे की रात सजावट में खर्च हुई अतिरिक्त चालीस हजार यूनिट बिजली

पब्लिक ने झेला अतिरिक्त बोझ, लगातार जारी रही कटौती

ALLAHABAD: जी हां, शायद आपको मालूम नही होगा लेकिन महीने भर की कसर बिजली विभाग ने एक रात में निकाल दी। दशहरे पर चौक की सजावट में खर्च हुई बिजली पब्लिक के हिस्से की थी। जिसे विभाग ने अलग-अलग इलाकों में कटौती कर बचाया था। जानकारी के मुताबिक दशहरे की रात सजावट में चालीस हजार यूनिट अतिरिक्त बिजली खर्च हुई है, जिसकी बचत विभाग महीने भर से कर रहा था। इसके अलावा महीने भर में हुए मेलों के आयोजन में खर्च लाखों यूनिट बिजली भी पब्लिक के हिस्से से काटी गई थी।

लगातार हो रही थी कटौती

11 अक्टूबर की रात चौक, मुट्ठीगंज, कोठापार्चा और जानसेनगंज आदि इलाकों में जबरदस्त सजावट की गई थी। दशहरे पर हुई इस सजावट में चालीस हजार यूनिट अतिरिक्त बिजली की खपत हुई है। अधिकारी कुछ भी कहें लेकिन यह बिजली पब्लिक के हिस्से की है। बता दें कि मेले वाले दिन इन क्षेत्रों में अतिरिक्त ट्रांसफार्मरों की व्यवस्था की गई। मंगलवार को आयोजित दशहरे मेले के लिए भी चार सौ केवीए के 12 अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाए गए थे। इसकी तैयारी के नाम पर शहर के कई इलाकों में लगातार कई-कई घंटे कटौती हुई थी, जिसको लेकर जमकर हो हल्ला भी मचा था।

कई महीनों से चल रहा था जुगाड़

इसी तरह शहर में दधिकांदो का मेला आयोजित करने की पुरानी परंपरा है। जिसकी शुरुआत सितंबर माह से हो जाती है। इस साल भी पिछले एक माह में दधिकांदो और दशहरा मिलाकर लगभग दो दर्जन मेलों का आयोजन किया गया। इनकी सजावट में कुल छह लाख यूनिट अतिरिक्त बिजली की खपत हुई। जिसका जुगाड़ कई महीनों से चल रहा था। बिजली विभाग के सूत्रों की माने तो थोड़ी-थोड़ी बचाकर अधिकारियों ने सितंबर-अक्टूबर में मेलों की सजावट के लिए बिजली का इंतजाम कर लिया था। इसके अलावा तारों और ट्रांसफारमर की मरम्मत में भी लंबा खर्च आया, जिसकी भरपाई भी अलग-अलग तरीकों से की गई।

अभी चलेगा यह सिलसिला

अभी यह सिलसिला रुकेगा नही। शहरवासियों को कटौती इस महीने झेलनी पड़ेगी। दीपावली पर प्रत्येक घर में जगमग सजावट की जाएगी। इस लाइटिंग पर भी हजारों यूनिट का अतिरिक्त खर्च आना है, जिसकी भरपाई के लिए अब लगातार कटौती का क्रम जारी रहेगा। विभागीय सूत्रों की माने तो अभी से विभिन्न इलाकों में कटौती का हिसाब-किताब तैयार कर लिया गया है। जिससे नो लॉस और नो गेन की परिपाटी पर त्योहार का आयोजन हो सके। यह फंडा बिजली विभाग कई सालों से अख्तियार करता चला आ रहा है।

Posted By: Inextlive