मरने वालों में गर्भस्थ शिशु समेत मां बेटी व दो युवक शामिल डंपर ने बेटी संग गर्भवती महिला को रौंदा तो उबल उठी पब्लिक allahabad@inext.co.in ALLAHABAD: सड़क पर बेहिसाब स्पीड में चल रहे वाहन यमदूत बन गए हैं। इन हाईस्पीड वाहनों की चपेट में आने से गर्भस्थ शिशु समेत पांच लोगों की मौत हो गई। सरायममरेज स्थित सेमरी गांव के पास गुरुवार को डंपर ने शौच गई मां बेटी को रौंद दिया। मृतक महिला गर्भवती थी। उधर बारा कोतवाली क्षेत्र के सेहुंड़ा गांव के सामने बुधवार को हुए हादसे में घायल बाइक सवार दो युवकों ने भी एसआरएन हॉस्पिटल में सुबह दम तोड़ दिया। जानकारी होते ही मृतकों के परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। बेटी संग मायके आई थी रेनू इन दिनों सरायममरेज क्षेत्र में हंडिया सोरांव मार्ग का निर्माण कार्य चल रहा है। सड़क निर्माण के लिए हिरावनपुर रोड पर गिट्टी गिरा कर एक डंपर तेज गति से फूलपुर की तरफ आ रहा था। सेमरी गांव के पास डंपर ने चार वर्षीय रानी को शौच कराने गई मायके आई गर्भवती रेनू (27) पुत्री बनारसी लाल साहू को रौंद दिया। हादसे में गर्भस्थ शिशु समेत रेनू व उसकी बेटी रानी की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे की खबर सुनते ही ग्रामीण दौड़ पड़े। मुआवजे की मांग को लेकर नाराज लोगों ने हंडिया सोरांव मार्ग पर चक्का जाम कर दिया। खबर मिलते ही पहुंचे अधिकारियों ने किसी तरह समझा बुझा कर लोगों को शांत कराया। उधर खबर मिलते ही मृतका का पति अनिल साहू निवासी कुसौली थाना सुरियावा संतरविदास नगर भदोही परिवारीजनों के साथ ससुराल पहुंचा। अनिल साहू की तहरीर पर पुलिस ने डंपर चालक सूरज यादव निवासी मुंगरांव थाना हंडिया के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के बाद मां बेटी के शव को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। क्षेत्राधिकारी वृजनारायण सिंह ने कहा कि चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करके उसकी तलाश की जा रही है। अस्पताल में हुई दो की मौत बारा कोतवाली क्षेत्र के इलाहाबाद बांदा मार्ग पर बुधवार को सेहुंड़ा गांव के सामने तेज रफ्तार दो बाइकों की भिड़ंत में घायल ललई लोहगरा निवासी श्यामाकांत का पुत्र सत्यम पांडेय (20) व सेहुंड़ा गांव निवासी मो। लतीफ का पुत्र रमजान अली (18) की एसआरएन हॉस्पिटल में इलाज के दौरान गुरुवार की भोर मौत हो गई। पुलिस ने इन दोनों के शव को भी पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। मृतकों के परिजनों कोहराम मच गया। सब कुछ तो चला गया, मैं क्या करूं? कुसौली थाना सुरियावा संतरविदास नगर भदोही निवासी मृतका रेनू के पति अनिल साहू का रो-रो कर बुरा हाल है। हादसे में पत्‍‌नी के पेट में पल हरे बच्चे की मौत गम उसे बिजली के झटके की तरह लगा। बेटी व पत्‍‌नी मौत के साथ आने वाले बच्चे को लेकर उसकी खुशियां दम तोड़ गई। उसका कहना था कि सब कुछ तो चला गया। अब मैं क्या करूं। तीनों को याद कर वे कभी जमीन पर गिर जाता तो कभी उठ कर चीखने चिल्लाने लगता। उसकी यह दशा देख वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम हो गई। काश घर में होता शौचालय इस घटना ने खुले में शौच से मुक्ति के लिए सरकार की तरफ से की जा रही पहल की भी पोल खोल दी। अभी भी गावों में या तो शौचालय बने नहीं हैं और बने हैं तो उसका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा। हंडिया में हुई घटना टल जाती यदि गर्भवती महिला अपनी बेटी को शौच कराने के लिए घर से बाहर निकलकर सड़क किनारे न आती। बताया जाता है कि महिला को डिलीवरी अगले कुछ दिनो के भीतर ही होनी थी। बेहतर देखभाल के लिए पति ने उसे मायके भेज दिया था।

Posted By: Inextlive