चतुर्थ श्रेणी पद पर था कार्यरत, एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती में पैसे लेकर पास कराने की थी मंशा

साथियों व एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती 2018 के अभ्यर्थी से पैसा लेकर फर्जी चेक देने के आरोपी उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग के कर्मचारी नेता को बर्खास्त कर दिया गया है। आयोग के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के पूर्व अध्यक्ष अजीत प्रताप सिंह के ऊपर आरोप है कि उन्होंने अपने साथी कर्मचारियों से लाखों रुपये उधार लिया था। कर्मचारियों ने पैसा मांगा तो उन्हें चेक दिया, जो बाउंस हो गई। वहीं, एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा 2018 के जीव विज्ञान विषय के एक अभ्यर्थी को पास कराने के लिए एक लाख 55 हजार रुपये लिया था। लेकिन, अभ्यर्थी पास नहीं हो पाया। पैसा मांगने पर कर्मचारी नेता ने उसे चेक जो चेक दिया वह भी बाउंस हो गया।

सिविल लाइंस थाना में दर्ज है रिपोर्ट

अभ्यर्थी ने धन देते समय की वीडियो रिकार्डिग की सीडी आयोग अध्यक्ष डॉ। प्रभात कुमार को देकर कर्मचारी की शिकायत की थी। वहीं, कर्मचारियों ने भी चेक बाउंस होने की शिकायत आयोग अध्यक्ष से करके कार्रवाई की मांग की थी। अध्यक्ष के निर्देश पर अजीत प्रताप सिंह के खिलाफ मार्च माह में सिविल लाइंस थाने में एफआइआर दर्ज करवाई गई थी। आयोग के सचिव जगदीश ने बताया कि कर्मचारी नेता अजीत प्रताप के खिलाफ पैसा लेकर फर्जी चेक देने की कई शिकायतें हुई थीं। इस पर आयोग अध्यक्ष के निर्देश पर उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।

Posted By: Inextlive