PRAYAGRAJ: बाढ़ के खतरों को देखते हुए प्रशासन द्वारा एनडीआरएफ वाराणसी की एक टीम को जिले में बाढ़ बचाव के कार्यो के लिए तैनात किया गया है। पिछले बाढ़ के प्रभाव को देखते हुए प्रशासन बहुत सतर्क है। इसी के चलते इस बार भी बाढ़ आपदा प्रबंधन के लिए एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है। डीएम भानुचंद्र गोस्वामी की अध्यक्षता में शुक्रवार को एनडीआरएफ की टीम के अधिकारियों के साथ बाढ़ से प्रभावित होने वाले इलाकों और राहत बचाव कार्य करने की योजना के ऊपर चर्चा की गई।

मिलकर करेंगे दौरा

डीएम ने कहा कि एनडीआरएफ की टीम प्रशासन के साथ मिलकर बाढ़ से प्रभावित होने वाले संभावित क्षेत्रों का दौरा करें। क्योंकि प्रयागराज में बाढ़ आने पर पानी तटीय क्षेत्रों से होते हुए प्रयागराज के शहरी इलाकों में घुस जाता है जिनमें बघाड़ा,छोटा बघाड़ा, सलोरी, नागवासुकी, पत्रकार कालोनी, नया पुरवा, बेली,दारागंज, राजापुर, गंगानगर इत्यादि इलाके बहुत प्रभावित होते हैं और ग्रामीण इलाकों में कई क्षेत्र प्रभावित होते हैं। इन्हीं इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य करने में बहुत कठिनाई होती है इसी के चलते प्रशासन और आपदा बचाव के लिए एजेंसियों का आपस में तालमेल होना जरूरी है।

चलाया जाएगा जागरुकता अभियान

कोरोना महामारी के इस माहौल में टीम बाढ़ से बचने के तरीकों के बारे में बताएगी और लोगों के बीच में जाकर सामाजिक दूरी का पालन करते हुए जन जागरूकता अभियान भी चलाएगी। जिसमें लोगों को कोरोना महामारी से बचने के उपाय और साथ ही बाढ़ के समय घर के उपलब्ध संसाधनों में आपातकालीन किट बनाने के तरीके भी सिखाएगी। टीम अभी तक द्रौपदी घाट, राजापुर ,गंगा नगर , घाट एवं संगम क्षेत्र इलाकों का दौरा कर चुकी है और ऋषिकेश उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में स्थानीय लोगों के लिए जन जागरूकता का कार्यक्रम भी चलाया है । इसी प्रकार करोना की चुनौती को देखते हुए बाढ़ संबंधी बचाव के तरीकों को जन जागरूकता अभियान के माध्यम से टीम लोगों को जागरूक करेगी। चर्चा में एनडीआरएफ के असिटेंट कमांडर एसएस साजवान और टीम कमांडर जगदीश राणा आदि उपस्थित रहे।

Posted By: Inextlive