-मुख्य स्नान पर्वो को छोड़कर सभी दिनों में खुला रहेगा द्वार

-कोरोना प्रोटोकॉल का किया जाएगा पालन, सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मिलेगी एंट्री

PRAYAGRAJ: संशय की स्थिति खत्म हो गई है। माघ मेले के दौरान श्रद्धालुओं को अक्षयवट के दर्शन मिलेंगे। केवल मुख्य स्नान पर्वो पर भीड़ को देखते हुए दर्शन पर रोक रहेगी। मेले में आने वाली भीड़ को काबू करने के लिए दर्शन स्थल पर फोर्स की तैनाती की जाएगी। कोविड से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाएगा। मेले में अक्षयवट के दर्शन की प्लानिंग को साकार रूप देने की एक्सरसाइज मेला प्रशासन ने शुरू कर दी है।

पब्लिक को था इंतजार

कोरोना संक्रमण के बावजूद शासन ने इस बार माघ मेले के आयोजन को हरी झंडी दे दी है। इससे श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह का संचार हुआ है। लेकिन अक्षयवट के दर्शन को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई थी। फिलहाल प्रशासन और पुलिस ने इसकी अनुमति दे दी है। अब माघ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को अक्षयवट के साथ सरस्वती कूप और पातालपुरी के भी दर्शन होंगे।

मुख्य स्नान पर नहीं मिलेगा दर्शन

माघ मेले में कोरोना की रोकथाम के लिए अतिरिक्त फोर्स तैनात की जाएगी। बावजूद इसके मेले में पड़ने वाले आधा दर्जन मुख्य स्नान पर्वो पर अक्षयवट के दर्शन पर रोक रहेगी। क्योंकि इन पर्वो पर श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने के आसार हैं। यही वजह है कि मेला प्रशासन किसी प्रकार का रिस्क नही लेना चाहता है।

कब होगा कौन सा मुख्य स्नान पर्व

डेट स्नान पर्व

14 जनवरी मकर संक्रांति

28 जनवरी पौष पूर्णिमा

11 फरवरी मौनी अमावस्या

16 फरवरी बसंत पंचमी

27 फरवरी माघी पूर्णिमा

11 मार्च महाशिवरात्रि

कुंभ मेले में मिली थी परमिशन

केंद्र सरकार ने 2019 कुंभ मेले में कई साल बाद अक्षयवट के दर्शन की परमिशन दी थी। इस दौरान करोड़ों श्रद्धालुओं ने अक्षयवट के साथ सरस्वती कूप और पातालपुरी के दर्शन किए थे। खुद प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ष 2018 दिसंबर में अक्षयवट के दर्शन कर इसे पब्लिक के लिए खोलने की घोषणा की थी। इसके बाद से आजतक अक्षयवट पब्लिक के लिए निरंतर खोला जा रहा है। वर्तमान में पब्लिक के लिए अक्षयवट की टाइमिंग सुबह 7 से शाम 5 बजे तक है जबकि मेले के दौरान यह सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक रहेगी।

वर्जन

माघ मेले में अक्षयवट का दर्शन श्रद्धालुओ को मिल सकेगा। मुख्य स्नान पर्वो पर इसकी रोक रहेगी लेकिन बाकी दिनों में सुबह6 बजे से शाम 5 बजे तक श्रद्धालु अंदर प्रवेश पा सकेंगे। श्रद्धालुअेां को संक्रमण से बचाव के लिए कोरोना प्रोटोकाल का पालन भी करना होगा।

-विवेक चतुर्वेदी, मेला अधिकारी व एसीएम

Posted By: Inextlive