स्मार्ट मीटर का स्मार्ट सॉल्यूशन

-दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की खास मुहिम में लोगों ने मैसेज व कॉल कर बताई अपनी परेशानी

-मुख्य अभियंता से बात कर लोगों के सवालों का दिया गया जवाब, चेक मीटर से दूर कर सकते हैं कंफ्यूजन

PRAYAGRAJ: स्मार्ट मीटर लगने के बाद से अचानक अधिक बिल आने लगा है। ऐसा क्यों हो रहा है, समझ नहीं आ रहा है। जबकि उपकरण वही इस्तेमाल हो रहे हैं जो पहले होते थे। अधिकारियों से शिकायत के बाद भी कोई सॉल्यूशन नहीं मिला। ऐसे ही तमाम सवाल दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट रिपोर्टर से शुक्रवार को पूछे गए। गौरतलब है कि स्मार्ट मीटर से जुड़ी प्रॉब्लम्स के सॉल्यूशन के लिए दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट खास मुहिम चला रहा है।

ऐसे लगवाएं चेक मीटर

-इस दौरान कॉल करने वाले कंज्यूमर्स को चेक मीटर लगवाने का प्रॉसेस बताया गया।

-बताया गया कि चेक मीटर के जरिए अपनी यूज्ड यूनिट का पता लगवाया जा सकता है।

-सबस्टेशन जाकर चेक मीटर लगवाने के लिए अधिकारियों को एक अप्लीकेशन लिखना होगा।

-अप्लीकेशन के साथ सिंगल फेस के लिए 50 और थ्री फेस कनेक्शन वाले को 150 रुपये का फिक्स्ड चार्ज फीस जमा करना होगा।

-दूसरा तरीका है कि उपकेंद्र के जिम्मेदार अधिकारी के सरकारी वॉट्सअप नंबर पर एप्लीकेशन भेजने के साथ ऑनलाइन फीस जमा करनी होगी।

-वॉट्सअप के माध्यम अधिकारी सूचित करेगा आखिर अब तक मीटर लगाने आएंगे।

-सरकारी मेल आईडी पर भी यह रिक्वेस्ट भेजी जा सकती है।

ऐसे करेगा काम

-घर में लगे पुराने स्मार्ट मीटर के जस्ट बगल एक ओर मीटर लगाया जाएगा, जिसको चेक मीटर कहा जाता है।

-एक महीने बाद विभाग का कर्मचारी पुराने व नए चेक मीटर का यूनिट नोट करेंगे।

-दोनों मीटर का यूनिट सेम होने पर विभाग ओके बोलेगी।

-अगर कोई फॉल्ट पकड़ में आता है तो बिल में सुधार किया जाएगा।

सवाल : 01

आकाश चौहान, प्रीतम नगर: स्मार्ट मीटर जब से लगा है तब से 3600 से 4000 रुपये का बिल आ रहा है।

रिपोर्टर : स्मार्ट मीटर लगने के बाद घर में कोई उपकरण तो नहीं बढ़ा है?

आकाश चौहान: नहीं, पहले जितने ही उपकरण यूज हो रहे हैं।

रिपोर्टर : अधिकारियों से पूछकर बताया गया कि अगर आपको स्मार्ट मीटर में गड़बड़ी लग रही है तो चेक मीटर लगवाकर चेक कर सकते हैं।

सवाल : 02

मीना अरोरा, मीरापुर : मेर अकाउंट का नंबर 5118195000 है। हर महीने बिल बढ़कर ही आ रहा है। स्मार्ट मीटर जबसे लगा है सिर्फ टेंशन दे रहा है।

रिपोर्टर : क्या आपने कभी अपने उपकेंद्र पर जाकर शिकायत की है।

मीना अरोरा : कई बार शिकायत कर चुका है कोई निस्तारण नहीं हुआ है।

रिपोर्टर : अगर लगता है कि मीटर सही नहीं है तो चेक मीटर लगवाकर भी कंफ्यूजन दूर कर सकते हैं।

सवाल : 03

आनंद शर्मा, नया बाजार: कनेक्शन नंबर 7484016000 है। बहुत ज्यादा बिल आ रहा है। ऐसा क्यों?

रिपोर्टर : पहले कितने बिल आता था

आनंद शर्मा: पहले 900 से 1200 के बीच आता था बिल। स्मार्ट मीटर लगने बाद दो से ढाई हजार तक आ रहा है। कोरोना काल में तो और ज्यादा बढ़ गया है।

रिपोर्टर : उपकेंद्र पर किसी अधिकारी से लिखित शिकायत किए थे।

आनंद शर्मा: शिकायत कर चुका हूं। लेकिन उनका कहना है कि जितना यूज कर रहे हैं, बिल उतने का ही बन रहा है। फिर क्या वजह हो सकती है।

रिपोर्टर : (मुख्य अभियंता से पूछकर बताया गया.) घर में पुरानी फिटिंग, स्विच ऑन होने पर, जीरो वॉट का बल्ब जलाने पर, लोकल कंपनी का इन्वर्टर, बैटरी, लगातार मोबाइल फोन की चाìजग, रिमोट से टीवी बंद करने पर, इंडीकेटर का उपयोग करने पर।

सवाल : 04

जफर अहमद, रामपुर औद्योगिक निवासी: स्मार्ट मीटर लगने के बाद चार महीने तक बिल सही आया। फिर बिल बढ़ता ही जा रहा है।

रिपोर्टर : उपकेंद्र पर जाकर चेक मीटर के लिए अप्लाई कर दीजिए कंफ्यूजन दूर हो जाएगा।

यूज से अधिक बिल आने पर कंफ्यूज उपभोक्ता निर्धारित फीस जमा कर चेक मीटर लगवा सकते हैं। भवन में लगे मीटर और चेक मीटर से एक महीने की रीडिंग ली जाएगी। पता लग जाएगा कि मीटर खराब है या सही रीडिंग ले रहा है। सौ में से एक दो केस हो सकते हैं।

-ओपी यादव, मुख्य अभियंता

Posted By: Inextlive