कानपुर के बिल्हौर में नायब तहसीलदार के पद पर तैनात रत्‍ि‌नका श्रीवास्तव

झूंसी की हैं मूल निवासी, पिता हैं बैंक में ब्रांच मैनेजर, बड़ोखर में है पोस्टिंग

PRAYAGRAJ: एक जॉब हाथ में थी। काम को एंज्वॉय कर रही थी। साथ में एक सपना भी पल रहा था कि कुछ और बड़ा हासिल करना है। काम के बीच बड़ा लक्ष्य हासिल करने के लिए टाइम मैनेज करना बेहद टॅफ टॉस्क था। लेकिन, इरादा मजबूत था तो तैयारी के लिए वक्त निकाल ही लिया। अब नतीजा सामने है। यह कहना है कि पीसीएस 2018 की परीक्षा में एसडीएम सेलेक्ट होने वाली रत्‍ि‌नका श्रीवास्तव की। मूल रूप से प्रयागराज की रहने वाली रत्‍ि‌नका वर्तमान समय में कानपुर के बिल्हौर में नायब तहसीलदार के पद पर तैनात हैं।

बीए-एमए दोनों में गोल्ड मेडलिस्ट

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से सक्सेज स्टोरी शेयर करते हुए रत्‍ि‌नका ने बताया कि उनके पिता धीरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक की बड़ोखर ब्रांच के मैनेजर हैं। मां रतन श्रीवास्तव हाउस वाइफ हैं। भाई रत्‍‌नेन्द्र बिजनेस में इनवाल्व है। दो बहनें लेखिका और दर्शिका कक्षा आठ की छात्रा हैं। उत्‍ि‌नका ने यूजी और पीजी की पढ़ाई इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से की है। वह यूजी और पीजी दोनों में गोल्ड मेडलिस्ट रही हैं। उनका सब्जेक्ट ज्योग्राफी था। तैयारी कैसे की और फोकस एरिया क्या था? के जवाब में रत्‍ि‌नका ने कहा कि काम के बीच वक्त निकालने का चैलेंज था लेकिन, पक्का इरादा था कि इससे बड़ी पोस्ट तो एचीव करनी ही है। सो लगी रही और मेहनत करती रही।

पब्लिक से इंटरैक्शन है पसंद

तैयारी करने वालों को रत्‍ि‌नका टिप्स देते हुए बताती हैं कि बर्डेन न लें। कंपोजिट प्रिपरेशन करें। करंट अफेयर पर पूरा फोकस करें और उसकी डेप्थ में नॉलेज रखें। रेग्युलर तौर पर न्यूज पेपर पढ़ें और किसी टॉपिक पर फंस रहे हैं तो यूट्यूब पर उसे सर्च कर लें और ध्यान से पूरी बात सुनें। सुनी हुई बात ज्यादा जल्दी समझ में आती है। रत्‍ि‌नका का कहना है कि मैं पब्लिक के बीच रहना चाहती हूं और उनके लिए काम करना चाहती हूं। इसीलिए मैने एडमिनिस्ट्रेट फील्ड को ज्वाइन करने के लिए मेहनत की।

Posted By: Inextlive