कोरोना ने ले ली पांच की जान
-एसआरएन हॉस्पिटल में भर्ती थे मरीज, पुरानी बीमारियों पर भारी पड़ा कोरोना संक्रमण
-डीएम ने किया बेली हॉस्पिटल का निरीक्षण PRAYAGRAJ: कोरोना संक्रमण फैलाने के साथ अब जानलेवा भी होता जा रहा है। शुक्रवार को एसआरएन हॉस्पिटल में भर्ती पांच मरीजों की जान कोरोना संक्रमण से चली गई। यह सभी शहर के अलग अलग एरिया के रहने वाले थे और इलाज के लिए इन्हे भर्ती कराया गया था। डॉक्टर्स का कहना है कि यह सभी पुरानी बीमारियों से पीडि़त थे और कोरोना संक्रमण ने इसी के चलते उनकी जान ले ली। इन्होंने ली अंतिम सांसशुक्रवार को मरने वालों में अल्लापुर के रहने वाले 45 साल के व्यक्ति शामिल रहे। उनको सीओपीडी की शिकायत थी। कीडगंज के 65 साल के बुजुर्ग को पहले से टीबी थी। नैनी के 65 साल के बुजुर्ग, सुलेम सराय के 58 और जसरा के 70 साल के बुजुर्ग को भी क्रमश: बीपी थायराड, शुगर, बीपी और बीपी व गुर्दे की शिकायत बताई जा रही है। कोरोना संक्रमण से ग्रसित होने के बाद इनको बचाया नही जा सका। इन्होंने एसआरएन हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। अब तक जिले में कोरोना से होने वाली मौत का आंकड़ा 140 हो चुका है।
बेली हॉस्पिटल का किया निरीक्षणडीएम भानुचंद्र गोस्वामी ने शुक्रवार को बेली हॉस्पिटल का निरीक्षण किय। उन्होंने यहां भर्ती कोरोना मरीजों के उपचार की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि मरीजों के देखभाल में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी। कहा कि सभी डॉक्टर्स प्रोटोकॉल का पालन करें। इंफेक्शन प्रिवेंशन कंट्रोल के तहत पीपीई किट का डिस्पोजल किया जाए। इस मौके पर सीएमओ डॉ। मेजर गिरिजाशंकर बाजपेई ने डीएम के सवालों का जवाब दिया।
जांच के दौरान होगा सत्यापन शहर में 11 जगहों पर कोरोना की जांच की जा रही है। इनमें देखने में आया है कि लोग गलत नाम और पता बताकर जांच कराते हैं। रिजल्ट पॉजिटिव आने के बाद उनकी तलाश मुश्किल होती है। ऐसे में प्रशासन ने कहा कि जो लोग जांच कराने जाएंगे वह अपना पहचान पत्र और मोबाइल नंबर लेकर जाएंगे। मौके पर ही उनके मोबाइल नंबर पर मिस कॉल देकर सत्यापित किया जाएगा। बीच की कड़ी बनेंगी आशाप्रशासन ने यह भी कहा कि आशा कार्यकर्ता अब शहर के मेडिकल स्टोर और ग्राहकों के बीच की कड़ी बनेंगी। मेडिकल स्टोर कोरोना के लक्षणों से जुड़ी दवाओं को खरीदने वालों का ब्यौरा आशाओं को देंगे। इस पते के आधार पर आशा ग्राहकों के घर जाकर उनका हालचाल लेंगी। अगर संदिग्ध व्यक्ति प्रतीत होता है तो उसकी जांच कराई जाएगी। जिससे संक्रमण पर लगाम लगाई जा सके।
कोरोना संक्रमण को रोकने के तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। हम चाहते हैं कि लोग अधिक से अधिक संख्या में जांच कराएं। लोगों से यही अपील भी की जा रही है। -डॉ। ऋषि सहाय, नोडल कोविड 19